बीते 7 अक्टूबर को हमास के ताबड़तोड़ हमले के बाद शुरू हुई इजराइल-हमास जंग का अब दूसरा चरण शुरू हो गया है। इजराइल ने उत्तरी गाजा पर हमले और तेज कर दिए हैं। इजराइल के मुताबिक यह लड़ाई और भी कठिन होने वाली है। इस बीच इजराइल के सामने सबसे बड़ी चुनौती हमास द्वारा बंधक बनाए गए अपने नागरिकों को छुड़ाना है। गौरतलब है कि हमास ने 7 अक्टूबर को हमले के वक्त इजराइल के 200 से ज्यादा नागरिकों को बंधक बना लिया था। हमास अब इसे लेकर सौदेबाजी पर उतर आया है। पहले उसने कुछ बंधकों की रिहाई के बदले बिजली आपूर्ति बहाल करने की बात कही तो वहीं अब उसने नई मांग कर दी है।
हमास ने रखी नई मांग
हमास ने इजराइल के सामने शर्त रखी है कि अगर वह अपने नागरिकों को उसके चंगुल से रिहाई चाहता है तो सभी फिलिस्तीनियों को रिहा करे। हमास के एक नेता याह्या सिनवार ने कहा है कि इजराइल अपनी जेलों में बंद सभी फिलिस्तिनियों को रिहा कर दे तो वे सभी बंधकों को रिहा कर देंगे। सिनवार ने कहा कि हमारी शर्त है कि इजरायल की जेलों में बंद उन सभी फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाए जिन्होंने फलस्तीन की स्वतंत्रता का समर्थन किया था और जिन लोगों को प्रदर्शन की वजह से गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं अब देखना होगा कि अदला-बदली की इस बात पर इजराइल कितना सहमत होता है।
इजराइल ने नहीं स्वीकार की है मांग
खबरों के मुतबिक इजराइल ने अभी तक इस मांग को स्वीकार नहीं किया है। इजराइल हमास की युद्ध में अभी तक करीब 8 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें इजराइल के 1400 लोग मारे गए हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इजरायली हमलों में 7300 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जिसमें 3000 बच्चे हैं। वहीं गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमले और तेज हो गए हैं। इजराइल किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं है। वह हमास को पूरी तरह मिटा देने पर तुला हुआ है। इससे पहले वह बंधकों की रिहाई के बाद भी हमास पर हमले बंद नहीं करने की बात भी कह चुका है। पूरी दुनिया में इस युद्ध को लेकर उथल-पुथल मची हुई है।