इजरायल में इन दिनों युद्द चल रहा है जिसकी वजह से कई हजार लोग मारे जा चुके है। इस बीच चीन में इजरायली राजनयिक पर जानलेवा हमला किया गया है। बताया जा रहा है कि हमलावर ने इजरायली राजनयिक पर चाकू से अटैक किया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। हालांकी उनकी हालत अभी ठीक है। उनके उपर हुए हमले की वजह इजराइल युद्द को भी माना जा रहा है।
हमास युद्ध का आज सातवां दिन
आपको बता दें इजरायल और हमास युद्ध का आज सातवां दिन है। इस युद्ध में इजरायल, हमास पर भारी पड़ रहा है। लेकिन सवाल उठता है कि आखिर कैसे हमास के आतंकी, इजरायल की धरती पर कदम रखने में कामयाब हुए है क्योंकी इजराइल बेहद ताकतवार देश है लेकिन इसके बावजूद भी हमास घुसपैठ करने में कामयाब रहा।
इजरायली राजनयिक पर जानलेवा हमले पर बोले चीफ
वहीं इजरायली राजनयिक पर जानलेवा हमला होने के बाद इजरायल के मिलिट्री चीफ ने कहा कि इस चूक के लिए हम जिम्मेदार हैं हमास की तरफ से 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले ने दुनियाभर को हिलाकर रख दिया था। फिलिस्तीन के हमास के आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर को जमीन हवा और समुद्र के जरिए गाजा पट्टी के पास के शहरों में घुसपैठ करते हुए रॉकेटों की बरसात शुरू कर दी थी। इजरायल पर 5,000 रॉकेट से हमलों का दावा किया गया इस हमले में कई इजरायली नागरिक मारे गए जबकि कई नागरिकों को बंधक बना लिया गया है इजरायल पर हमले के बाद से सवाल ये उठने लगे कि कैसे आयरन डोम और मोसाद जैसी खुफिया एजेंसी वाले देश को इस आतंकी हमले की भनक तक नहीं लगी।
हमास ने किया था बड़ा हमला
जिस हमले की मैं बात कर रहा हूं वो छोटा हमला नहीं था इस हमले में हमास ने अचानक 5000 मिसाइलों से हमला कर दिया था। इजरायली सेना ने माना है कि उनसे बड़ी सुरक्षा चूक हुई। वो खतरे को भांप नहीं पाए इजरायल के मिलिट्री चीफ ने सुरक्षा खामी को मानते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
युद्ध को शांत करने की कोशिश कर रहा यूएन
इस बीच खबर आ रही है कि युद्ध में इजरायल कुछ बड़ा करने जा रहा है। 24 घंटे के अंदर उसने फिलिस्तीनियों को गाजा को पूरी तरह खाली करने का अल्टीमेटम दिया है। इजरायली सेना के इस संदेश का मतलब ये है कि वो कभी भी इस इलाके में बड़ा जमीनी हमला कर सकता है। उत्तरी गाजा में करीब 11 लाख लोग रहते हैं। इजरायल की ये चेतावनी उन लोगों पर भी लागू होती है जोकि यूएन के बनाए हुए शेल्टर होम में रहते हैं। इजरायल की इस चेतावनी पर संयुक्त राष्ट्र ने आपत्ति जताई है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इस फरमान से विनाशकारी मानवीय परिणाम सामने आने का खतरा है। यूएन की कोशिश है कि वो दोनों देशों के बीच हो रहे युद्द को रोक सके इसलिए वो कोशिश कर रहे है कि युद्द को रोका जा सके।