प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अवसर पर कज़ान में इस्लामी रिपब्लिक ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने पेजेशकियन को इस्लामी रिपब्लिक के 9वें राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर बधाई दी। दरअसल, पीएम मोदी 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे हैं। रूस द्वारा आयोजित इस शिखर सम्मेलन को यूक्रेन में संघर्ष और पश्चिम एशिया में बिगड़ते हालात के बीच गैर-पश्चिमी देशों द्वारा अपनी ताकत दिखाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
उन्होंने ईरान के विदेश मंत्री डॉ. हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से भी मुलाकात की। उन्होंने चाबहार बंदरगाह, लोगों के बीच संपर्क, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों, गाजा की स्थिति, अफगानिस्तान में स्थिरता और सुरक्षा और यूक्रेन संघर्ष सहित कई विषयों पर चर्चा की।
भारत और ईरान महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार
भारत और ईरान के बीच लंबे समय से सभ्यतागत संबंध हैं। ईरान भारत के विस्तारित पड़ोस में स्थित है और दोनों देशों के आर्थिक और सुरक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण समानताएं हैं। भारत और ईरान महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जनवरी 2024 में ईरान का दौरा किया। सितंबर 2023 में ब्रिक्स में शामिल होने के बाद यह उनकी पहली ईरान यात्रा थी।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने दोनों नेताओं के बीच मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा, मध्य एशिया में बढ़ते संघर्ष को लेकर पीएम मोदी ने अपनी गहरी चिंता जाहिर की। उन्होंने आम नागरिकों की सुरक्षा पर ध्यान देने के साथ ही तनाव को कम करने के लिए डायलॉग और डिप्लोमेसी पर जोर दिया। विक्रम मिसरी ने आगे कहा, ईरान के राष्ट्रपति ने भी शांति और सद्भाव पर जोर दिया। पेजेशकियन ने तनाव को कम करने में भारत की भूमिका पर भी बात की क्योंकि भारत के सभी पक्षों के साथ अच्छे संबंध हैं।
ये मुलाकात है अहम
मसूद पेजेशकियन की भारतीय पीएम से मुलाकात ऐसे समय हुई है जब ईरान का इजरायल के साथ तनाव काफी बढ़ गया है और पश्चिम एशिया में युद्ध जैसे हालात हैं। नरेंद्र मोदी और पेजेशकियन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए कज़ान पहुंचे हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद पेजेशकियन की नरेंद्र मोदी से यह पहली मुलाकात है।