भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की है। इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर भी संवेदना व्यक्त की। वही, इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी ने ये साफ किया कि भारत फिलिस्तीन के लोगों के लिए मानवीय सहायता जारी रखेगा। साथ ही पीएम मोदी ने क्षेत्र में आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर अपनी गहरी चिंता साझा की। इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया।
हम फिलिस्तीनी लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने ट्विटर यानि एक्स पर पोस्ट करके कहा कि फिलिस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की। गाजा के अल अहली अस्पताल में आम लोगों की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की। हम फिलिस्तीनी लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे। हमने आतंकवाद, हिंसा और क्षेत्र में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर हमारी गहरी चिंता साझा की। इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया।"
हम अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का कड़ाई से पालन करने का आग्रह करेंगे – विदेश मंत्रालय
वही आपको बता दे कि इससे पहले गाजा में हॉस्पिटल पर बमबारी का जिक्र करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था, हमने हताहत नागरिकों और मानवीय स्थिति पर भी अपनी चिंता व्यक्त की है। हम अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का कड़ाई से पालन करने का आग्रह करेंगे।
गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 3,785
हमास समूह ने हॉस्पिटल पर बमबारी के लिए इज़राइल को और इजरायल ने हमास को दोषी ठहराया है। बता दें कि गाजा में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या बढ़कर 3,785 हो गई है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजराइल द्वारा युद्ध की घोषणा के बाद से गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,785 हो गई है, जिनमें 1,524 बच्चे, 1,000 महिलाएं और 120 बुजुर्ग लोग शामिल हैं। इसके अलावा 12,493 अन्य घायल हुए हैं, जिनमें 3,983 बच्चे और 3,300 महिलाएं शामिल हैं।