इस समय गाजा पट्टी इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई है।बता दें यहां पर इजरायल और फलस्तीन समर्थक ग्रुप हमास के बीच जंग चल रही है। चरमपंथी समूह हमास को काबू में करने के लिए इजरायल लगातार गाजा पर बम गिरा रहा है।दो हफ्ते से चल रहे युद्ध की वजह अब तक गाजा में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को पहली बार किया था हमला
आपको बता दें फलस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि गाजा में इजरायली एयरस्ट्राइक की वजह अब तक 4000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं हमास के हमले के चलते इजरायल में मरने वाले लोगों की संख्या 1400 से ज्यादा है। हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को जब पहली बार हमला किया था, उस वक्त वे इजरायल से 200 बंधकों को भी लेकर गए थे।
अमेरिकी नागरिकों की रिहाई का स्वागत किया
इजरायल की सेना ने कहा है कि वह हमास के खिलाफ जंग में अगले स्टेज की तैयारी कर रहे हैं। आईडीएफ प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि हमारा मकसद सभी अगवा किए गए लोगों को छुड़ाना और लापता लोगों का पता लगाना है। हम ऐसा हर संभव तरीके से करेंगे, जिसमें खुफिया और सैन्य तरीका शामिल है।
संयुक्त राष्ट्र चीफ एंटोनियो गुतारेस ने मिस्र में राफा बॉर्डर का दौरा किया. उन्होंने कहा कि गाजा में पहली मदद की खेप जल्द पहुंचने वाली है। यूएन के मुताबिक, गाजा जाने के लिए राफा बॉर्डर पर 219 ट्रक मौजूद हैं, जिसमें खाना-पानी, दवाइयों जैसी राहत सामग्री मौजूद हैं। हमास ने दो अमेरिकी नागिरकों। को अपनी कैद से रिहा कर दिया है। ये दोनों मां-बेटी हैं, जिन्हें रेड क्रॉस को सौंपा गया। इन दोनों की रिहाई में कतर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अमेरिका और इजरायल दोनों ने ही अमेरिकी नागरिकों की रिहाई का स्वागत किया है।
हवाई हमलों की वजह से 23 एंबुलेंस बर्बाद भी हुए
इजरायल के उत्तरी और दक्षिणी हिस्से में रहने वाले एक लाख के करीब लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। इनमें से कुछ लोगों को कुछ दिनों के लिए उनके घरों से दूर किया गया है, जबकि गाजा से सटे इलाके में रहने वाले लोगों को लंबे समय के लिए वहां से हटाया गया है।फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि गाजा में सात अस्पताल और 21 प्राइमरी हेल्थकेयर सेंटर्स बंद हो गए हैं। इजरायली हवाई हमले में 64 मेडिकल स्टाफ की मौत भी हुई है। उनका कहना है कि हवाई हमलों की वजह से 23 एंबुलेंस बर्बाद भी हुए हैं।