बिश्केक : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की दो दिवसीय बैठक में शामिल होने के लिए मंगलवार को किर्गिस्तान की राजधानी पहुंचीं। बैठक के दौरान आतंकवाद के खतरे समेत कई मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। स्वराज का यहां पहुंचने पर पारंपरिक स्वागत किया गया।
नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय महत्व के प्रासंगिक मुद्दों पर विचार साझा करेगी। इसके अलावा 13-14 जून से बिश्केक में एससीओ सम्मेलन के लिए तैयारी की समीक्षा की जाएगी। मंत्रालय ने कहा, ''विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बिश्केक में 21-22 मई को शंघाई सहयोग संगठन की विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।''
भारत 2017 में चीन के प्रभुत्व वाले समूह का पूर्ण सदस्य बना था और भारत के इसमें शामिल होने से क्षेत्रीय भू-राजनीति में समूह का महत्व बढ़ गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी बैठक में शामिल होंगे। भारत के साथ ही पाकिस्तान को भी 2017 में एससीओ की सदस्यता मिली थी। गत महीने, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण बिश्केक में एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल हुई।