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व्लादिमीर पुतिन ने 5वीं बार ली रूस के राष्ट्रपति पद की शपथ, पुतिन ने कहा दुश्मनों से सुधारेंगे रिश्ते

Rahul Kumar Rawat

Vladimir Putin Oath Ceremony: व्लादिमीर पुतिन ने 7 मई को पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति पद की शपथ ली। शपथ समारोह का आयोजन रूसी परंपरा के मुताबिक रूस की राजधानी मॉस्को के ऐतिहासिक ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस में हुआ। व्लादिमीर पुतिन ने 33 शब्दों में अपनी शपथ ली। इस दौरान पुतिन ने देश के लोगों को वैश्विक मंच पर रूस की स्थिति को मजबूत करने का भरोसा दिलाया है। साथ ही व्लादिमीर पुतिन ने मंच से कहा कि वह उन देशों के साथ भी रिश्ते सुधारने की कोशिश करेंगे जो रूस को अपना दुश्मन समझते हैं। मैं जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए हरसंभव कोशिश करूंगा। आपको बता दे कि रूस में 15-17 मार्च को हुए चुनाव में 88 फीसदी वोट मिले थे। पुतिन के विरोधी निकोले खारितोनोव को महज 4 फीसदी वोट मिले थे।

साल 2000 में पहली बार पुतिन बने थे राष्ट्रपति

रूस में हुए व्लादिमीर पुतिन के शपथ समारोह का ब्रिटेन, अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने बहिष्कार किया है. पुतिन पहली बार साल 2000 में रूस के राष्ट्रपति बने थे. इसके बाद पुतिन साल 2004, 2008 और 2008 में भी रूस के राष्ट्रपति बने। देश की विपक्षी पार्टियों की ओर से पुतिन पर लगातार चुवानों को प्रभावित करने का आरोप लगाया जाता रहा है। इसके साथ ही पुतिन पर अपने विरोधियों की हत्या करवाने और उन्हें जेल में डलवाने का भी आरोप लगाया जाता है।

21 तोपों से दी गई पुतिन को सलामी

राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के लिए पुतिन, फेडरल काउंसिल के सदस्य, स्टेट ड्यूमा के सदस्य, कई देशों के एंबैस्डर, रुस के सभी हाईकोर्ट के जजों और डिप्लोमैटिक कॉर्प्स के साथ साथ ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस पहुंचे। शपथ ग्रहण समारोह का समापन 21 तोपों की सलामी के साथ हुआ। बता दें कि रूस में राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वालों को 21 तोपों को सलामी देने की परंपरा है। पुतिन के शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व चांसलर गरहार्ड श्रोडर भी शामिल हुए। इसके साथ ही रूस और दुनिया भर के कई हाई प्रोफाइल हस्तियां भी इस समारोह में पहुंची।