शराबबंदी वाले बिहार में इन दिनों जहरीली शराब से होने वाली मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। मुजफ्फरपुर में मंगलवार तक जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो चुकी है। चुनाव से ठीक पहले शराब से हो रही मौत की घटनाओं से प्रशासन की नींद उड़ गई है।
सूत्रों के मुताबिक सोमवार शाम सभी ने शराब का सेवन किया, जिसके बाद से उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें निजी अस्पतालों में ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। मृतकों में से दो की पहचान सुमित राय उर्फ गोपी और अशोक कुमार के रूप में हुई है जो दोनों जिले के सिसिरिया गांव के रहने वाले हैं।
ग्रामीणों ने दावा किया कि मृतक पांच व्यक्तियों के समूह का हिस्सा थे जिन्होंने शराब का सेवन किया था। अन्य लोगों ने भी आंखो की रोशनी खोने की शिकायत की और उन्हें जुरन छपरा इलाके के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। उनसे संपर्क करने पर पुलिस अधिकारियों ने घटना पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
आबकारी विभाग घटना की जांच कर रहा है। सरैया थाना क्षेत्र के रेपुरा गांव में 29 अक्टूबर को जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य की आंखों की रोशनी चली गई। इसके अलावा, पिछले एक सप्ताह में, गोपालगंज, बेतिया और समस्तीपुर में जहरीली शराब की घटनाओं ने कई लोगों की जान ले ली है।