आज बिहार की महागठबंधन सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। उन्हें राजद कोटे से मंत्री बनाया गया था। इस बात की पुष्टि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और सुधाकर सिंह के पिता जगदानंद सिंह ने की है। महागठबंधन सरकार को अभी दो माह भी नहीं हुआ है, लेकिन दो मंत्री अब तक इस्तीफा सौंप चुके है, जिस वजह से बीजेपी लगातार राजद और जेडीयू पर निशाना साध रही है।
जगदानंद सिंह ने दिया बयान
मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों सुधाकर सिंह ने कुछ विवादित बयान दिया था, जिसके बाद से कई लोग उनसे नाराज हो गए थे। दरअसल, बीते दिन कैमूर जिलें में एक किसान जनसभा को सुधाकर सिंह संबोधित कर रहे थे। यहां उन्होंने दावा किया कि उनके विभाग के अधिकारी चोर हैं। किसानों से 25 से 50 हजार रुपये वसूलते हैं। अगर माप तौल अधिकारी दिख जाए तो उसे जूता से पीटिएगा। मंत्री ने अपने बयान में अधिकारियों पर एक बार फिर मिलीभगत का आरोप लगाया था।
सुधाकर सिंह ने अफसरशाही को लेकर अपनी ही सरकार पर लगाया था आरोप
सुधाकर सिंह के इसी बयान को लेकर विवाद शुरू हुआ था और आज उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे को लेकर कहा जा रहा कि उन्होंने बिहार में अफसरशाही को लेकर बयान दिया है, इसलिए उन्हें यह अंजाम भुगतना पड़ा है। इस बारे में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बताया कि सरकार शांति से चले, इसके लिए सुधाकर सिंह का इस्तीफा देना जरूरी था।
बीजेपी ने दी प्रतिक्रिया
हम आपको बता दें, सुधाकर सिंह के इस्तीफे पर बीजेपी ने भी प्रतिक्रिया दे दी है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा की जो नीतीश कुमार का कहना नहीं मानेगा राजद में तो उसे इसी तरह से पद से हटा दिया जायेगा। सुधाकर सिंह ने कुछ गलत नहीं कहा था। लेकिन उनके लोगों को सही बात बर्दाश्त नहीं हुई इसलिए उन्हें हटाया गया है।