भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार में जनता दल यूनाइटेड (जदयू), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एवं कांग्रेस की महागठबंधन सरकार के बनते ही अपराधिक गतिविधियों में आये उछाल राज्य में जंगलराज की वापसी करार देते हुए आज कहा कि भाजपा बिहार में अपराध एवं परिवारवाद के खिलाफ निरंतर लड़ती रहेगी। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार में महागठबंधन के सत्ता में आने के पश्चात जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच जिस प्रकार की गतिविधियां बिहार में हुई हैं, वह उससे जनता को अवगत कराना चाहते हैं।
वहीं, उन्होंने बताया कि बिहार में एक पत्रकार की गोलीमार कर हत्या कर दी गई और बेतिया के एक पुजारी की गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी गई। 11 अगस्त को ही पटना के एक कार शोरूम में बहुत बड़ लूट हुई और इसी दिन छपरा में जहरीली शराब के सेवन के कारण 6 लोग मृत्यु को प्राप्त हुए। उन्होंने कहा कि छपरा में इससे पहले 13 लोगों की जहरीली शराब के कारण मुत्यु हुई थी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा में 10 लोगों की मौत हुई थी।
JDU-BJP लगा रही एक दूसरे पर आरोप
इसी के साथ उन्होंने कहा कि बिहार में जिस प्रकार से तेजी से जो अव्यवस्था फैल रही है, उसका एक संस्मरण यह है कि जिला पश्चिम चंपारण में 12 वर्षीय किशोरी से सामुहिक दुष्कर्म होता हो, मुजफ्फरपुर में एक व्यवसायी के घर में दिन-दहाड़ लूट होती है, आभूषण दुकानों में चोरी होती है। पूरे बिहार में चोरी, स्नैचिंग, हत्या, दुष्कर्म, लूट का तांडव मचा हुआ है। बिहार में जंगल राज दोबारा आ गया है।
हालांकि पात्रा ने ये भी कहा कि तेजस्वी यादव ने 2020 में कहा था कि हम आएंगे तो 10 लाख नौकरी देंगे। जब उनसे पूछा गया कि अब आप आ गए हैं तो 10 लाख नौकरी का क्या होगा? तो तेजस्वी यादव कहते हुए नजर आते हैं कि देखिए अभी तो हम मुख्यमंत्री नहीं बने हैं, मैंने कहा था कि जब हम मुख्यमंत्री बनेंगे तब नौकरी देंगे। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बड़ दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि ये ‘मैं’ की कहानी है, मतलब मैं बनूंगा तब होगा, हम से कुछ नहीं होगा। इसी परिवारवाद के खिलाफ भाजपा सतत लड़ती रही है और आगे भी लड़ती रहेगी।