बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राज्य सरकार में तीन दिन पहले ही मंत्री बने मेवालाल का इस्तीफा नीतीश कुमार के लिए बड़ा झटका हो सकता है। इससे पहले मंत्री का पद संभालते ही विवादों में घिरे शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया।
आरजेडी पिछले 2 दिनों से लगातार मेवालाल चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर और उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में मेवालाल की कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही थी। गौरतलब है कि नवनिर्वाचित जेडीयू विधायक मेवालाल चौधरी को राज्य की तारापुर विधानसभा सीट से जीत मिली है।
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मेवालाल को पहली बार नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। राजनीति में प्रवेश से पहले मेवालाल भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे। असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति में अनियमितता के आरोपों और एफआईआर दर्ज किए जाने के मद्देनजर चौधरी को सल 2017 में नीतीश कुमार नीत जेडीयू से निलंबित कर दिया गया था।
यह मामला साल 2012 में असिस्टेंट प्रोफेसर और कनिष्ठ वैज्ञानिकों की नियुक्ति में कथित अनियमितता से संबंधित है। बीजेपी ने भी तब चौधरी के खिलाफ मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाया था जब वह महागठबंधन सरकार के समय विपक्ष में थी। इस मुद्दे को लेकर आरजेडी सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा था और मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की थी।