बिहार विधानसभा चुनाव में 19 सीटों पर सिमटने वाली कांग्रेस ने स्वीकार किया है कि उनके कमजोर प्रदर्शन के कारण ही महागठबंधन की सरकार नहीं बन पाई। इसके साथ ही कांग्रेस ने कहा कि बिहार में असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी का प्रवेश सुबह संकेत नहीं है।
कटिहार से कई बार लोकसभा सदस्य रह चुके कांग्रेस के महासचिव तारिक अनवर ने गुरुवार को ट्वीट किया, ‘भले ही बीजेपी गठबंधन येन केन प्रकारेण चुनाव जीत गया, परंतु सही में देखा जाए तो ‘बिहार’ चुनाव हार गया। इस बार बिहार परिवर्तन चाहता था। 15 वर्षों की निकम्मी सरकार से छुटकारा और बदहाली से निजात चाहता था।’’
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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया, ‘‘हमें सच को स्वीकार करना चाहिए। कांग्रेस के कमज़ोर प्रदर्शन के कारण महागठबंधन की सरकार से बिहार महरूम रह गया। कांग्रेस को इस विषय पर आत्म चिंतन ज़रूर करना चाहिए कि उस से कहां चूक हुई ?’’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी की मेहरबानी रही तो नीतीश जी इस बार अंतिम रूप से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। देखते हैं कि बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी।’’ उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में एआईएमआईएम का प्रवेश शुभ संकेत नहीं है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने सीमांचल क्षेत्र की पांच सीटें जीती हैं।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए 125 सीटें हासिल करके एक बार फिर से सरकार बनाने जा रहा है। राजद की अगुवाई वाले महागठबंधन को 110 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। इस गठबंधन में 70 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटों पर जीत मिली।