शराबमुक्त बिहार को महागठबंधन के प्रमुख घटक दल कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा कि सरकार बनने के बाद शराबबंदी कानून की समीक्षा करेंगे। कांग्रेस ने 1500 रुपये बंरोजगारी भत्ता देने की घोषणा की। महागठबंधन के दल राजद और कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र झूठ का पुलिंदा जनता के सामने पेश कर भ्रम फैला रही है।
कांग्रेस बिहार को फिर से शराबखाना बनाना चाहती है। सूबे के अंदर शराबबंदी होने से लोगों के घरों में चुल्हा जल रहे हैं, अमन-चैन के साथ परिवार रह रहे हैं, अपराध रूका है। इस सबों को समाप्त करने पर महागठबंधन के दल लगे हुए हैं। उक्त बातें सूबे के कृषि मंत्री सह भाजपा के वरिष्ठ नेता डाॅ. प्रेम कुमार आज यहां एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है।
कृषि मंत्री ने कहा कि महागठबंधन के दल राजद-कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में झूठ का पुलिंदा जारी कर, फिर से एक बार बिहार को जंगलराज की और ठकेलना चाहती है। लेकिन सूबे की जनता दोबार जंगलराज आने नहीं देगी, इस के लिए जनता ने अपना मन बना लिया है।
राजद ने अपने पंद्रह सालों सरकार में नौकरी नहीं दी, वहीं कांग्रेस ने अपनी सरकार में 1990 तक कभी भी बेरोजगारी भत्ता नहीं दी, आज सिर्फ जनता को झूठे वादे कर भ्रमित करने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि सूबे की जनता अब सिर्फ विकास चाहती है, इस तरह के झूठे वादों के भ्रम जाल में फंसने वाली नहीं है। सूबे में पिछले 15 सालों से सिर्फ एनडीए की सरकार ही विकास कर रही है। इसलिए हर जगह एनडीए की लहर चल रही है और इस बार फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार एनडीए बनाने जा रही है।