बिहार के भागलपुर जिले के सुल्तानगंज मे मामूली आंधी-तूफान के कारण एक पुल के गिरने का मामला सामने आया है। इस पुल को 1,710 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा था। हालांकि इस हादसे में किसी को जान का नुकसान नहीं हुआ है लेकिन सरकारी खजाने को करोड़ो रुपए का नुकसान जरूर हुआ है। स्थानीय लोगों के अनुसार पुल का ढांचा गिरने के दौरान वहां कोई नहीं था नहीं तो जान का भी नुकसान हो सकता था। घटना स्थल पर पहुंचे सुल्तानगंज के जदयू के विधायक ललित नारायण मंडल ने कहा है कि, इस हादसे के बारे में मुख्यमंत्री को सूचित कर दिया है और इस मामले की जांच कराई जाएगी।
भ्रष्टाचार के कारण धराशायी हुआ है पुल : विधायक
सुल्तानगंज के विधायक ललित नारायण मंडल ने आरोप लगाया है कि, इस पुल को बनाने में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा, इसे बनाने में खूब भ्रष्टाचार हुआ है। विधायक नारायण ने कहा, भ्रष्टाचार की वजह से पुल का ढांचा मामूली आंधी भी नहीं झेल पाया और धाराशायी होकर गिर गया। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री को इसके बारे में सूचित कर दिया गया है और इसकी जांच होगी।
भ्रष्टाचार के कारण धराशायी हुआ है पुल : विधायक
सुल्तानगंज के विधायक ललित नारायण मंडल ने आरोप लगाया है कि, इस पुल को बनाने में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा, इसे बनाने में खूब भ्रष्टाचार हुआ है। विधायक नारायण ने कहा, भ्रष्टाचार की वजह से पुल का ढांचा मामूली आंधी भी नहीं झेल पाया और धाराशायी होकर गिर गया। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री को इसके बारे में सूचित कर दिया गया है और इसकी जांच होगी।
जून तक तैयार होना है पुल
बता दें कि, यह पुल भागलपुर में सुल्तानगंज-अगुवानी के बीच गंगा नदी में बनाया जा रहा था जो कि, सुबह साढ़े तीन बजे करीब गिर गया। इस पुल के निर्माणाधीन फोरलेन पुल के पाया संख्या पांच के दोनों ओर स्पैन में लगे सिगमेंट ध्वस्त होकर नीचे गिर गए। इस मामले में इलाके के एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. के प्रोजेक्ट निदेशक आलोक कुमार झा ने बताया कि, पुल गिरने से करीब 40 करोड़ की क्षति होने का अनुमान है। इस पुल की लंबाई 3.160 किलोमीटर है जिसे जून तक तैयार होना है।