बिहार में शराबबंदी होने के बावजूद भी अवैध तरीके से शराब बेची जा रही है। आए दिन जहरीली शराब पीने की वजह से लोगों की मौत के मामले सामने आ रहे है।एक बार फिर जहरीली शराब पीने से 9 लोगों की मौत हो गई। वहीं दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना इसुआपुर थाना क्षेत्र की है।
विपक्ष ने एक बार फिर नीतीश पर साधा निशाना
बता दें कि शराब से हुई मौतों को लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा हो रहा है। शराबबंदी होने के बाद भी बिहार में बीजेपी ने इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। नीतीश कुमार उस वक्त अपना आपा खो बैठे, जिस वक्त विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों पर सवाल खड़े किए और भाजपा वालों ने हंगामा करना शुरु कर दिया। जिस पर पहले तो सीएम नीतीश ने शांति से जवाब देने की कोशिश की लेकिन जब भाजपा वालों कां हंगामा काफी बढ़ गया तो उन्होंने अपना धैर्य खो दिया और जमकर बीजेपी वालों पर भड़क गए।उन्होंने कहा कि ‘जब हमारे साथ थे तो शराबबंदी के पक्ष में थे,आज उसी पर सवाल खड़ा कर रहे हैं, हद ही मचाए हैं ये लोग, ये बर्ताव बिल्कुल भी सही नहीं है।’
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, आपको मामूल होगा कि साल 2016 में बिहार में शराबबंदी लागू हुई थी। इसके लिए नीतीश सरकार काफी सख्त है लेकिन इसके बावजूद तब से लेकर अब तक राज्य में शराब बिक्री के कई मामले सामने आ चुके हैं। बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इसके लिए सरकार और प्रशासन पर ही आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बिहार में शराब का अवैध कारोबार पुलिस के दिशा-निर्देश में ही फल फूल रहा है, ये सरकार और प्रशासन की मिलीभगत है।