बिहार में सबसे बड़ी राजनितिक पार्टी राजद (राष्ट्रीय जनता दल) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव अब अपने छोटे पुत्र तेजस्वी यादव को पार्टी की विधिवत कमान सौंपने की तैयारी में है। पार्टी में जल्द ही संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। माना जा रहा है कि तेजस्वी को इस चुनाव में पार्टी की कमान सौंप दी जाएगी। पटना में 10 फरवरी को राजद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है। इसमें 26 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष समेत 76 से ज्यादा सदस्यों को शिरकत करने की संभावना है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में लालू प्रसाद भी शामिल हो सकते हैं।
लालू भी कर चुकें है तेजस्वी की तारीफ
राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान राजद के संगठनात्मक चुनाव और सदस्यता अभियान की शुरूआत होगी जिसका समापन अगले छह महीने में प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के साथ होगा। माना जा रहा है कि पार्टी इस बार तेजस्वी यादव को अध्यक्ष चुन सकती है। उल्लेखनीय है कि तेजस्वी को प्रारंभ से ही लालू प्रसाद का राजनीतिक उतराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है। लालू प्रसाद भी तेजस्वी की नेतृत्व क्षमता की तारीफ कर चुके हैं।
तीन साल में होता है पार्टी संगठन का चुनाव : राजद नेता
राजद के एक नेता कहते भी हैं कि विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की स्वीकार्यता पार्टी के बड़े नेताओं से लेकर आम कार्यकतार्ओं में है ऐसे में लालू प्रसाद के उत्तराधिकारी के मामले में अब कोई उहापोह नहीं है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि तीन साल में पार्टी संगठन का चुनाव होता है। इस साल भी चुनाव होना है। वैसे, कहा यह भी जा रहा है कि लालू प्रसाद के स्वास्थ्य और उम्र को देखते हुए भी अध्यक्ष पद पर ज्यादा कार्य नहीं कर पा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 2019 के संगठन चुनाव के दौरान लालू प्रसाद निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे।