बिहार के राजनीतिक गलियारे से बेहद दुखद खबर सामने आई है। राज्य के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह का 77 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। बीते दिनों से बीमार चल रहे नरेंद्र सिंह ने आज पटना के अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके परिवार में पत्नी के अलावा 3 पुत्र हैं। उनके एक पुत्र का पहले ही निधन हो चुका है।
बिहार के कृषि और स्वास्थ्य मंत्री रह चुके नरेंद्र सिंह के पुत्र सुमित सिंह फिलहाल नीतीश कैबिनेट के मंत्री हैं। उनके दो अन्य पुत्र अजय प्रताप और स्वर्गीय अभय प्रताप भी विधायक रह चुके हैं। नरेंद्र सिंह के पिता श्रीकृष्ण सिंह भी वर्ष 1967 में बिहार सरकार में मंत्री रहे और 1977 में मुंगेर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के सदस्य चुने गए थे।
जमुई जिले से आने वाले नरेंद्र सिंह लोकनायक जयप्रकाश नारायण आंदोलन के समय से राजनीति में सक्रिय हुए। राष्ट्रीय जनता दल (राजद )अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में वह मंत्री भी रहे। बाद में वह पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी के साथ चले गए।
2020 में जीत के बाद नीतीश कैबिनेट में हुए शामिल
पूर्व मंत्री के पुत्र सुमित सिंह वर्ष 2020 में हुए विधानसभा के चुनाव में निर्दलीय चुनाव जीते और इसके बाद वह नीतीश मंत्रीमंडल में शामिल हुए। पिछले कुछ समय से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। इसी साल 29 मार्च को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उनका सफल ऑपरेशन हुआ था। उनके लीवर के ऊपर गांठ की समस्या थी।
लालू प्रसाद यादव की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद कराया गया अस्पताल में भर्ती
नरेंद्र सिंह के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि वह अपने सुख दुख के साथी नरेंद्र सिंह के निधन की सूचना से स्तब्ध हैं। उन्होंने उन्हें श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा,' श्री नरेंद्र सिंह जैसे योद्धा सदियों में जन्म लेते हैं। आप इतनी जल्दी चले जाएंगे, यह सोचा भी नहीं था। आपकी कमी हमेशा खलेगी।' बिहार विधान परिषद, के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने भी पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है और अपनी शोक संवेदना प्रगट की है।