पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक-संदेश में कहा है कि अजीत जोगी एक प्रख्यात राजनेता थे। उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य के पहले मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ था। वे दो बार राज्यसभा तथा दो बार लोकसभा के सदस्य रह चुके थे। छत्तीसगढ़ के साथ-साथ देश की राजनीति में भी उनका बहुमूल्य योगदान रहा है। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर-शान्ति तथा उनके परिजनों एवं समर्थकों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। वहीं दुसरी ओर बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने छत्तीसगढ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन पर दुख एवं गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। श्री सिंह ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्वण् जोगी एक नेकदिल इंसान व मृदुभाषी नेता थे। जिन्हें सुनने के लिये वहां की जनता उमडती थी। जब वे कांग्रेस में थे, उनसे मेरा बहुत ही मधुर सम्बन्ध था। वे जमीनी राजनेता थे। उनके निधन से राजनीतिक एवं समाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को चिर शांति प्रदान करें एवं उनके शोकाकुल परिवार को धैर्य धारण करने की शक्ति दें।
बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने अजीत जोगी के निधन पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि मुझे उनसे व्यक्तिगत रूप से लगाव था। उनकी दूरदर्शी सोच, प्रशासनिक अनुभव, राजनीतिक अनुभव का फायदा लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी को मिलता रहा। बाद में किन्हीं कारणों से उन्होंने पार्टी को छोड़ दिया और अलग पार्टी की स्थापना की। अजीत जोगी ने लंबे समय तक आदिवासी, पिछड़ों और दलितों के उत्थान के लिए काम किया। ललन कुमार ने कहा कि जब भी मुझे राजनीति के दांव पेच समझ में नहीं आते थे तो मैं उनसे व्यक्तिगत या फोन के माध्यम से सलाह मशविरा करता था। उन्होंने कहा कि आज भले ही वो हमारे बीच शारीरिक रूप से नहीं हैं मगर वो हमारे दिलों में हमेशा रहेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी बातें आज भी याद आती है तो मन रोमांचित हो जाता है। उन्होंने पिछड़ों और दलितों के लिए जो किया उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।