पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल-जीवन-हरियाली यात्रा के अंतर्गत वैशाली जिले के देसरी में ‘सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर फू्रट’ परिसर में जल संचयन एवं कृषि कार्यों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल्स का भी उन्होंने निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के लाभुकों को चाबी प्रदान की एवं आवासन के लिए कुछ लाभुकों को जमीन बंदोबस्ती के पत्र भी सौंपे।
मुख्यमंत्री ने फीता काटकर एवं शिलापट्ट का अनावरण कर ‘सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर फ्रूट’ के नए भवन का उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात उन्होंने भवन के विभिन्न हिस्सों का अवलोकन किया। ‘सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर फू्रट’ परिसर में फल उत्पादन की उच्च तकनीक एवं बागवानी योजना के प्रदर्शन का भी मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। इस दौरान स्ट्रॉबेरी, ब्रोकली, पपीता, एलोवेरा की नर्सरी का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। अनार, केला, आम, लीची के पौधों की नवीन प्रजातियों की भी जानकारी मुख्यमंत्री को दी गई।
मुख्यमंत्री को बताया गया कि नई किस्म की इन प्रजातियों में कीड़े नहीं लगेंगे। इससे फलों का उत्पादन तो बेहतर होगा ही वृक्ष की आयु भी अधिक होगी। इन पौधों की सप्लाई राज्य के विभिन्न जिलों में भी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान कई अहम सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि सब्जी के साथ-साथ इन इलाकों में फलों की खेती को और बढ़ावा देने के लिए निरंतर काम करते रहना है। मुख्यमंत्री ने हरियाली को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ‘सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर फू्रट’ परिसर में पौधारोपण भी किया।
इस मौके पर विधायक राजकिशोर सिंह, विधायक उमेश सिंह कुशवाहा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त पंकज कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, कृषि विभाग के सचिव एन. सरवन कुमार, तिरहुत प्रमंडल के पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, वैशाली जिले की जिलाधिकारी श्रीमती उदिता सिंह, वैशाली जिले के पुलिस अधीक्षक जगुन्नाथ रेड्डी सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।