पटना : सांसद स्व. भोला सिंह का पार्थिव शरीर आज बिहार विधानसभा लाया गया, जहां मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पुष्प-चक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी और दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिये ईष्वर से प्रार्थना की। स्व. भोला सिंह के पार्थिव शरीर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, भवन निर्माण मंत्री श्री महेश्वर हजारी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय, श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद नित्यानंद राय, सांसद अखिलेश सिंह, विधायक नितिन नवीन, विधायक संजीव चौरसिया, विधायक अरुण सिन्हा, विधायक मिथिलेश तिवारी, राजद प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधान पार्षद सूरज नंदन कुशवाहा, विधान पार्षद रजनीश सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।
श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि स्व. भोला सिंह जी बहुत ही वरिष्ठ नेता थे। 1967 से ही विधायक रहे और राज्य सरकार में मंत्री भी थे और वर्तमान में सांसद थे। हमारे मंत्रिमंडल के सहयोगी के रूप में उन्होंने अच्छी भूमिका निभायी थी। वे निरंतर सक्रिय रहते थे। कुछ समय से उनकी तबीयत खराब हो गई थी। वे बहुत स्पष्टता के साथ अपनी बात रखते थे। उन्होंने विधानसभा सदस्य के रूप में अपनी सक्रिय और लोकप्रिय भूमिका निभायी। मंत्री के रूप में भी उनकी अच्छी भूमिका रही। सांसद के रूप में भी अपनी अच्छी भूमिका निभाते रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो व्यक्ति जन्म लेता है उसको कभी न कभी जाना है, यह बात सबको मालूम है।
उनके जाने से हम सबको बहुत ही दुःख हुआ है। शोक संतप्त परिवार के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जो काम किया है, मैं समझता हूँ आने वाली पीढ़ी उनके काम के बारे में पूरी जानकारी रखेगी। उनकी बहुत सारी बातों से प्रेरणा मिलती रहेगी। मुख्यमंत्री ने अमृतसर में हुए रेल हादसे की घटना को दुःखद बताया। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन एक्सीडेंट दूसरे टाइप का एक्सीडेंट है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलगाड़ी जो ट्रैक पर चलती है, उसका टेकनिक ऐसा कुछ नहीं है कि अचानक कुछ नजर आये और गाड़ी रोक दीजियेगा, यह संभव नहीं हो पाता है। ऐसी परिस्थिति में अगर रेलवे ट्रैक के बगल में कोई कार्यक्रम होता है तो पहले से ही पूरी सुरक्षा का इंतजाम होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं नहीं जानता हूँ कि किनकी इजाजत से वहां कार्यक्रम आयोजित था। रेलवे को जानकारी थी या नहीं। जो कुछ भी हुआ यह बहुत ही दुःखद है। जो लोग भी पीड़ित हुए हैं उनके प्रति हमारी गहरी संवेदना है। यह बड़ी दुःखद घटना है। पहले से सचेत रहें तो ऐसी घटना नहीं घट सकती है। आयोजकों को किसी आयोजन के पूर्व लोगों की सुरक्षा एवं अन्य चीजों के बारे में सोचना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने राज्य के भी कुछ लोग शिकार हुए हैं, उन सबके प्रति भी मैं अपनी शोक संवेदना प्रकट करता हूँ।