लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के छह लोकसभा सदस्यों में से पांच ने, दल के मुखिया चिराग पासवान को संसद के निचले सदन में पार्टी के नेता के पद से हटाने के लिए हाथ मिला लिया। वहीं लोजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को संसदीय दल के नेता पशुपति कुमार पारस के आवास पर हुई। इस बैठक में सर्वसम्मति से चिराग पासवान को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया।
पारस समर्थित विधायकों ने LJP संविधान का हवाला देते हुए चिराग पासवान को इस पद से हटाया। मिली जानकारी के अनुसार 20 जून तक पशुपति कुमार पारस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल लेंगे। इसके अलावा सूत्रों के अनुसार चिराग पासवान ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है।
वहीं चिराग के समर्थकों ने चाचा पशुपति कुमार पारस के खिलाफ नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया है। अपने चाचा पशुपति कुमार पारस द्वारा लोकसभा में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता पद से हटाये जाने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंगलवार को पार्टी की तुलना एक मां से करते हुए कहा कि इसके साथ ‘‘विश्वासघात’’ नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने एक पुराना पत्र भी ट्विटर पर शेयर किया है।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) June 15, 2021चिराग ने ट्वीट कर कहा कि "पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा। पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए। लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं। एक पुराना पत्र साझा करता हूं।"
बता दें कि पांच सांसदों ने रविवार रात को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की और चिराग पासवान की जगह पारस को अपना नेता चुने जाने के फैसले से उन्हें अवगत कराया। वहीं सोमवार को पारस के पत्रकारों से बात करने के बाद चिराग पासवान राष्ट्रीय राजधानी स्थित उनके चाचा के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे। पासवान के रिश्ते के भाई एवं सांसद प्रिंस राज भी इसी आवास में रहते हैं।
बीते कुछ समय से पासवान की तबीयत ठीक नहीं चल रही, उन्होंने 20 मिनट से ज्यादा समय तक अपनी गाड़ी में ही इंतजार किया, जिसके बाद वह घर के अंदर जा पाए और एक घंटे से भी ज्यादा समय तक घर के अंदर रहने के बाद वहां से चले गए।
पांच सांसदों के अलग होने के बाद अलग-थलग पड़ गए चिराग, न LJP के 'चिराग' बन सके और न BJP के 'हनुमान'
