बिहार में बेखौफ होते बदमाशों के हौसले का एक नमूना फिर सामने आया है। आज सुबह दरभंगा के रानीपुर के पास NH 57 पर एक व्यापारी कुशेस प्रसाद शाही की बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। तीन दिनों के अंदर दो कारोबारी की हत्या नीतीश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएएचआई) के लिए काम करने वाले ठेकेदार एवं एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक कुशेस प्रसाद शाही (45) कार से अपने कार्यालय जा रहे थे तभी रानीपुर के निकट मोटरसाइकिल पर सवार अपराधियों ने घेरकर उन पर गोली बारी की और फरार हो गये।
इस घटना में गोली लगने से ठेकेदार गंभीर रूप से घायल हो गये। उन्हें चार गोलिया लगी। सूत्रों ने बताया कि घायल ठेकेदार को तुरंत दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं, घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने रानीपुर के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग-57 को जामकर यातायात ठप कर दिया है।
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही दरभंगा की वरीय पुलिस अधीक्षक गरिमा मलिक, पुलिस उपाधीक्षक अनोज कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी (सदर) राकेश कुमार गुप्ता डीएमसीएच पहुंचे और मामले की जानकारी ली। सुश्री मलिक ने बताया कि मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि इस वारदात की जांच और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है। जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा और इस हत्याकांड में लिप्त अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, मामले की सूचना मिलते ही नगर विधायक संजय सरावगी और विधान परिषद, सदस्य अर्जुन सहनी डीएमसीएच पहुंचे। दोनों नेताओं ने घटना की घोर निंदा करते हुये कहा कि इस हत्याकांड में संलिप्त अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है की बदमाशों ने 20 दिसंबर को बीजेपी नेता गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हत्या कर दी थी। वारदात के वक्त गुंजन पटना से वैशाली स्थित अपनी फैक्ट्री गए थे। बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिससे गुंजन की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, उनका ड्राइवर भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। गुंजन पर पहले भी हमला हो चुका था, लेकिन तब वे बाल-बाल बच गए थे। गुंजन खेमका राजेंद्र नगर स्थित मगध हॉस्पिटल के मालिक थे।