बिहार : लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार में आंदोलन कर रहे शिक्षकों की सामान वेतन वाली मांग को जायज ठहराते हुए कहा कि शिक्षकों के समान काम के लिए समान वेतन की मांग पूरी तरह जायज है और राज्य सरकार को बिना देरी करते हुए आंदोलन कर रहे शिक्षकों से बात करनी चाहिए और जल्द से जल्द इस समस्या का हल निकालने की कोशिश करनी चाहिए।
श्री पासवान ने आज संवादाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि बिहार के आंदोलन कर रहे शिक्षकों के समान काम के लिए समान वेतन की मांग पूरी तरह जायज है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आंदोलन कर रहे शिक्षकों के खिलाफ निलंबन एवं प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई को तत्काल रोकने और पूर्व में शिक्षकों पर ऐसी कार्रवाई को वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द ही आंदोलनरत शिक्षकों से वार्ता कर समस्या के निदान का प्रयास करना चाहिए।
लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि वह निजी तौर पर एक काम के लिए दो तरह के वेतन की व्यवस्था के विरूद्ध हैं। उन्होंने कहा कि जब राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सरकारी विभागों में रिक्त पद पहले से स्वीकृत हैं और उन स्वीकृत पदों के लिए सरकार बजट का भी प्रावधान करती है, फिर स्वीकृत पदों के विरूद्ध नियोजन पर नियुक्ति की प्रक्रिया ही गलत है। श्री पासवान ने कहा कि सभी धर्मों में शिक्षक को भगवान का दर्जा दिया गया है। जबतक शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन और पूरा सम्मान नहीं मिल जाता है, बिहार में छात्रों का भविष्य कैसे बनेगा। उन्होंने लोजपा के चुनावी घोषणा पत्र में शिक्षकों समेत सभी सरकारी कर्मियों के लिए समान काम के बदले समान वेतन की व्यवस्था का समावेश करने की भी घोषणा की।
लोजपा अध्यक्ष ने दिल्ली के साम्प्रदायिक दंगों पर बोलते हुए कहा कि यदि दिल्ली पुलिस कपिल मिश्रा और अन्य नेताओं के भड़काउ भाषणों के तत्काल बाद कार्रवाई करती, तो दिल्ली नहीं जलती। उन्होंने स्पष्ट कहा कि देश में किसी भी पार्टी के नेता यदि भड़काउ भाषण देते हैं, तो सरकार को अविलंब उनके विरूद्ध कार्रवाई करने की जरूरत है। पत्रकार सम्मेलन में श्री पासवान के अलावा लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पि्रंस राज, जिला लोजपा अध्यक्ष राघवेन्द, भारती समेत अन्य नेता मौजूद थे।