बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटि के पूर्व उपाध्यक्ष प्रवीण कुशवाहा द्वारा भागलपुर के बेलखुरिया में किसान महापंचायत आयोजित की गई, जिसमें हजारों की संख्या में किसानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बिहार मे किसी भी पार्टी का ये पहला किसान महापंचायत है, जिससे स्पष्ट तौर पर देखा जा रहा किसानों को लेकर कॉंग्रेस कहीं भी कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही। किसान आंदोलन का कोई विशेष प्रभाव अभी तक बिहार के किसानों में नहीं देखा गया है, लेकिन अब जब कांग्रेस पार्टी ने बिहार में किसान महापंचायत शुरू किया तो इससे बिहार के किसान पर कितना प्रभाव डाल पाते हैं, ये देखना रोचक होगा।
किसानों के बहाने कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इस महापंचायत में बिहार कॉंग्रेस के हाल ही नवनियुक्त और किसान पृष्टभूमि से ही आने वाले नेता भक्त चरणदास सहित तमाम बड़े नेता शामिल हुए। सभा को संबोधित करते हुए भक्त चरणदास ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानून को किसान विरोधी बताते हुए केन्द्र सरकार को जमकर कोसा।उन्होंने कहा कि कॉंग्रेस पार्टी हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है और किसानों को मजबूती देने का किए है, लेकिन मौजूदा सरकार किसानों को सुनना तक नहीं चाह रही।
वही कॉंग्रेस ने प्रवीण कुशवाहा ने बताया कि किसान महापंचायत का मुख्य उद्देश्य बिहार के किसानों को तीनों काले कानून की हकीकत से रूबरू कराने का है। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी व श्री राहुल गांधी जी के साथ हमने संकल्प लिया है कि जब तक केंद्र सरकार काले कानूनों को वापिस नहीं लेगी तब तक हम किसान हित में आवाज उठाएंगे।
भाजपा के हठ एवं अहंकार को किसानों के हौसले एवं स्वाभिमान के सामने झुकना पड़ेगा। इस महापंचायत में कॉंग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदनमोहन झा, कॉंग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा, युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गुंजन पटेल, महिला प्रदेश अध्यक्ष अमिता भूषण , NSUI प्रदेश अध्यक्ष चुन्नु सिंह, राष्ट्रीय सचिव चंदन यादव, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा सहित कई वर्तमान एवं पूर्व विधायक शामिल हुए।