बिहार में गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्घि से जहां कई इलाकों में बाढ का खतरा पैदा हो गया है। राज्य में बाढ़ से अबतक 16 जिलों की 81,59,313 आबादी के प्रभावित होने और 25 लोगों की मौत हो चुकी है। आपदा प्रबंधन विभाग से मंगलवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक के 16 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगडिया, सारण, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा एवं सहरसा जिले के 130 प्रखंडों के 1,312 पंचायतों की 81.59 लाख से ज्यादा आबादी बाढ से प्रभावित है।
अभी तक करीब 5.51 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है जिनमें से 13,198 लोग 12 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।बाढ़ के कारण विस्थापित लोगों को भोजन कराने के लिए 540 सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गयी है।
दरभंगा जिला में सबसे अधिक 15 प्रखंडों के 227 पंचायतों की 20,61,700 आबादी बाढ से प्रभावित हुई है।बिहार के बाढ़ प्रभावित इन जिलों में बचाव और राहत कार्य चलाए जाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 27 टीमों की तैनाती की गयी है।
बिहार के इन जिलों में बाढ का कारण अधवारा समूह नदी, लखनदेई, रातो, मरहा, मनुसमारा, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, गंडक, बूढ़ी गंडक, कदाने, नून, वाया, सिकरहना, लबेकिया,तिलावे, धनौती, मसान, कोशी, गंगा, कमला बलान, करेह एवं धौंस नदी के जलस्तर का बढना है।
जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बागमती नदी सीतामढी, मुजफ्फरपुर एवं दरभंगा में, बूढी गंडक नदी समस्तीपुर एवं खगडिया में, गंगा नदी पटना एवं भागलपुर में, खिरोई दरभंगा में और घाघरा नदी सिवान में सोमवार को खतरे के निशान से उपर बह रही है।जल संसाधन विभाग के अनुसार विभाग के अंतर्गत सभी बाढ सुरक्षात्मक बांध सुरक्षित हैं।