इमरजेंसी वार्ड में नवादा के पकरीबरामा की आठ वर्षीय बलात्कार पीड़िता जिन्दगी की जंग लड़ रही है। काफी तकलीफो से गुज़र रही बच्ची ठीक से बोल नहीं पा रही है और दर्द से दिन-रात छटपटाती रहती है। वह तीसरी कक्षा में पढ़ती है। मां ने सोचा था कि बेटी को पढ़ा-लिखाकर अफसर बनाएगी लेकिन किस्मत ने बेटी को असहनीय दर्द दे दिया।
मां का बेटी को तकलीफ में देखकर बुरा हाल है। घर के बाहर 30 नवम्बर को बारात जा रही थी। बारात में शामिल एक लड़का मासूम को घर के बाहर से उठाकर ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। माता-पिता को बच्ची खून से लथपथ स्थिति में एक घंटे बाद स्कूल के पास मिली। माता-पिता ने बच्ची को नवादा सदर अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में बच्ची की स्थिति काफी खराब थी। बारह दिन के बाद भी बच्ची की स्थिति नहीं सुधरी।
हारकर परिजनों ने 13 दिसम्बर को पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में बच्ची को भर्ती किया। बच्ची की मां ने बताया कि अंधेरे की वजह से लड़के को पहचान नहीं सकी। घटना को 16 दिन हो चुके हैं, इसके बाद भी पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही , न बारात में शामिल लोगों से पूछताछ की और न किसी तरह की छानबीन अब तक की जा सकी है।