बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक हरि भूषण ठाकुर ने विवादित बयान देते हुए मांग की है कि सरकार को “मुसलमानों से वोट का अधिकार छीन लेना चाहिए। 1947 में धर्म के नाम पर देश का बंटवारा हुआ और उन्हें मुस्लिम बहुल दूसरा देश मिल गया, उन्हें दूसरे देश में जाना चाहिए। अगर वे यहां रह रहे हैं तो मैं सरकार से मांग करता हूं कि उनका वोटिंग अधिकार वापस ले लिया जाए। वे (मुसलमान) भारत में दूसरे दर्जे के नागरिक के रूप में रह सकते हैं।”
AIMIM विधायक की टिप्पणी के जवाब में कही ये बात
बताते चलें कि विधायक ठाकुर का बयान असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ईमान द्वारा की गई टिप्पणी के जवाब में आया है, जिसमें उन्होंने मांग करते हुए कहा था कि देश में मुसलमानों को उनकी आबादी के आधार पर अधिकार दिया जाना चाहिए। भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि मुसलमान “देश में आईएसआई के एजेंडे को चला रहे हैं और वे भारत को इस्लामिक देश बनाने के एजेंडे पर काम कर रहे हैं।”
देश में मुस्लिम अल्पसंख्यक होने से किया इनकार
हरिशंकर ठाकुर ने देश में मुस्लिम अल्पसंख्यक होने से भी इनकार किया और कहा कि संविधान में अल्पसंख्यक जैसा कोई शब्द ही नहीं है। अख्तरुल ईमान ने कहा था कि बिहार विधानसभा का सत्र 25 फरवरी से शुरू हो रहा है और सत्र के दौरान उनकी पार्टी का कोई भी विधायक वंदे मातरम नहीं गाएगा। परंपरा के अनुसार, बिहार विधानसभा का सत्र राष्ट्रगान (जन गण मन) से शुरू होता है और वंदे मातरम के साथ समाप्त होता है।