बिहार के प्रतिष्ठित पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में जूनियर डॉक्टरों की जारी हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हैं।
परास्नातक परीक्षा में फेल करने के विरोध में पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गये। उनका आरोप है कि अस्पताल में मरीजों के हित का मुद्दा उठाने के कारण उन्हें दंडित किया गया है। हड़ताल के कारण पीएमसीएच के ओपीडी की सेवाएं पूरी तरह से ठप हैं। मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है।
वहीं, पीएमसीएच के शिक्षकों का कहना है कि जो विद्यार्थी गंभीरता से अध्ययन करेंगे वह उत्तीर्ण होंगे और जो पढ़ई पर ध्यान नहीं देंगे तो वह अवश्य फेल होंगे।
इस बीच पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ। राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन लगभग 3000 मरीज आते हैं लेकिन हड़ताल के कारण यह संख्या घटकर 1280 रह गई है। उन्होंने बताया कि हड़ताल के कारण उत्पन्न स्थिति को संभालने के लिए बड़ संख्या में वरिष्ठ चिकित्सकों को ड्यूटी पर लगाये जाने के साथ ही उनके काम घंटे भी बढ़ये गये हैं।
श्री प्रसाद ने बताया कि मरीजों के इलाज के लिए गैर चिकित्सीय विभाग के लोगों को ड्यूटी पर लगाया गया है। उन्होंने कहा कि मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए अस्पताल प्रबंधन सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।