कटिहार : लोकसभा चुनाव में दूसरे चरण में कटिहार, किशनगंज एवं पूर्णिया में 18 अप्रैल को मतदान होना है। इन सभी क्षेत्रों पर एनडीए और महागठबंधन की पैनी नजर है। पंजाब केसरी के संवाददाता सीमांचल क्षेत्र के सुदूर गांव-देहातों में घुमकर आंखों-देखी रिपोर्ट में कहा है कि कटिहार की धरती पर अमीर और गरीब की लड़ाई है। महागठबंधन के जाने-माने गरीब प्रत्याशी तारिक अनवर का नाम आ रहा है। उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के साथ भी काम किया। पहले शरद पवार जी के साथ थे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया गया। बीच में उन्होने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस पार्टी का सदस्यता ग्रहण कर अपने पुराने घर में वापसी की। कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी कटिहार से चुनाव लड़ रहे हैं इनके वोट के समर्थन मेंं कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पिछले दिन कटिहार स्थित राजेन्द्र स्टेडियम में खचाखच भरे भीड़ को संबोधित किया। राहुल जी के साथ तेजस्वी यादव, उपेन्द्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी, मुकेश साहनी भी क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
दूसरी ओर कटिहार के राजेन्द्र स्टेडियम में एनडीए उम्मीदवार दुलारचंद गोस्वामी के समर्थन में एनडीए के बड़े-बड़े नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दलित नेता रामविलास पासवान, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी वोट मांगा। दुलारचंद गोस्वामी ने कहा कि हमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आशीर्वाद से बिहार सरकार में मंत्री भी बनाया गया। 2015 के विधानसभा चुनाव हार के बाद मुझे दोबारा मुख्यमंत्री ने एनडीए का प्रत्याशी बनाया। दुलारचंद गोस्वामी एक साधारण परिवार से आते हैं और सामाजिक व्यक्ति हैं न कि धनासेठ। कटिहार की स्थिति यह है कि एक तरफ जाने माने तारिक अनवर तो दूसरी ओर दुलारचंद गोस्वामी जिन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने टिकट देने का काम किया। जब लोगों से पूछा गया तो बताया कि कटिहार में एक तरफ अल्पसंख्यक उम्मीदवार तारिक अनवर हैं तो दूसरी ओर बहुसंख्यक उम्मीदवार दुलारचंद गोस्वामी हैं। यहां पर अल्पसंख्यकों की कुल आबादी 44 प्रतिशत है तो बहुसंख्यकों की आबादी 56 प्रतिशत है। अब देना है कि महागठबंधन एवं एनडीए को बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक मतदाता कितना समर्थन करते हैं यह तो काजल की कोठरी में बंद है।