पटना संवादाता : पटना के खादी मॉल परिसर में बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित सिलाई – कटाई प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया। इसमें 25 महिलाओँ/बच्चियों को 3 माह का प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के लायक बनाया जाएगा। पूरे राज्य में ऐसे कुल 43 प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे जिनमें खादी सूत कताई, रेशमी सूत कताई, खादी बुनाई समेत अन्य कई तरह का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा।
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राज्य में छोटे- बड़े उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ हमारी कोशिश खादी व हैंडलूम जैसे पारंपरिक उद्योगों को भी बढ़ावा देना है और खासकर बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित प्रशिक्षण केंद्रों में हमारी प्राथमिकता होगी कि ऐसी महिलाओं या बच्चियों को प्राथमिकता दी जाए जिनके पति या पिता कोरोना की वजह से अब इस दुनिया में नहीं हैं। ऐसी महिलाओं, बच्चियों या आश्रितों को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के लायक बनाने की हमारी पूरी कोशिश होगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि खादी व हैंडलूम के क्षेत्र में आने वाले दिनों में प्रशिक्षित कामगारों की जरुरत काफी बढ़ेगी । क्योंकि सरकार पटना के तर्ज पर भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर एवं राज्य के अन्य कई शहरों में खादी मॉल खोलने की तैयारी में है। निश्चित तौर पर जब नए खादी मॉल खुलेंगे तो उसमें बहुत सी संभावनाएँ पैदा होंगी। आज जो प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण पाने की शुरुआत कर रहे हैं, उनके लिए रोजगार के बहुत से अवसर भविष्य में पैदा होंगे।
सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि ये साल आजादी के ‘अमृत महोत्सव’ का साल है और हम ऐसे कई प्रयास करेंगे जिससे बिहार के बुनकरों, कारीगरों व अऩ्य शिल्पकारों को लाभ हो। अभी हम बिहार के बाहर रेलवे स्टेशनों पर खादी, हस्तशिल्प व हैंडलूम उत्पादों की प्रदर्शनी सह बिक्री केंद्र खोलने के लिए प्रयास रत्त हैं । हमारी कोशिश होगी कि आजादी के ‘अमृत महोत्सव’ के अवसर पर ज्यादा से ज्यादा मेला/प्रदर्शनी का आयोजन करें और केंद्र सरकार द्वारा लगने वाले 75 हुनर हाट में भी बिहार की भागीदारी हो।
खादी मॉल परिसर में सिलाई – कटाई प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ करते हुए उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने ये जानकारी भी दी कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड को प्रशिक्षण मद में 1 करोड़ 25 लाख रुपये प्राप्त हुआ है, जिससे खादी संस्था / समितियों के माध्यम से राज्य के विभिन्न जिलों में कुल 43 केंद्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि हम खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों के प्रचार – प्रसार के लिए भी प्रयासरत्त हैं। कोविड-19 की स्थिति अनुकूल रहने पर अक्टूबर 2021 से खादी के उत्कृष्ट वस्त्रों एवं ग्रामोद्योगों के प्रचार-प्रसार हेतु राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय खादी मेला/ प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए खादी बोर्ड को एक करोड़ विभाग से प्राप्त हुआ है।
सैयद शाहनवाज हुसैने ने कहा कि खादी संस्थाओं को मदद मिले, उस ओर भी हमारा ध्यान है। कार्यशील पूँजी – खादी पुर्नरुद्धार योजना के अंतर्गत बिहार स्थित खादी संस्थाओं को संस्था के कार्य सुचारु रुप से चलाने और कच्चा माल एवं कतिनों/बुनकरों को समय पर पारिश्रमिक भुगतान एवं अन्य भुगतान हेतु कार्यशील पूँजी मात्र 4% के ब्याज दर पर ऋण के रुप में 7 वर्षों के लिए संस्था/समितियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। कार्य़शील पूँजी के रुप में वित्तीय वर्ष 2021-22 में आधुनिक चरखा के लिए 7 संस्थाओं को अड़सठ लाख अठहत्तर हजार रुपए तथा कटिया चरखा के लिए 6 खादी संस्थाओं को कुल तेरासी लाख एकतीस हजार रुपए मात्र कार्यशील पूँजी के रुप में उपलब्ध कराई गई है।
उन्होंने ये भी जानकारी दी कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में खादी वस्त्रों के उत्पादन पर तत्काल 20 खादी संस्था/समितियों को वित्तीय वर्ष 2019 – 20 के लिए उत्पादित खादी वस्त्रों पर 10% की छूट (रिवेट) की राशि 1 करोड़ 27 लाख रुपए का भुगतान किया गया है एवं शेष खादी संस्थाओं को भुगतान हेतु कार्रवाई की जा रही है।