पटना , : कांग्रेस नेता ललन कुमार ने कहा कि देश में महंगाई अपने चरम सीमा पर है।मगर केंद्र सरकार महंगाई को घटाने के बजाय बढ़ाती जा रही है।बस जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए केंद्र सरकार कई तरह के प्रोपेगेंडा का इस्तेमाल कर रही है।मगर देश की जनता मोदी सरकार की हकीकत को समझ चुकी है।किसानों के संघर्ष के सामने घुटने टेकने वाली इस सरकार को अब आम जनता की महंगाई के खिलाफ किए जा रहे संघर्ष के सामने भी घुटने टेकना पड़ेगा।
ललन ने कहा कि एक साल के करीब चले किसान आंदोलन तथा 600 किसानों के बलिदान के बाद केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का किसान तथा किसानों से माफी मांगना यह सिद्ध करता है कि जन आंदोलन और एकता के माध्यम से ही पूंजीपरस्त और उनके संरक्षक सरकार को सामूहिक संकल्प और एकजुटता का मिसाल प्रस्तुत करके किसानों ने आंदोलन के माध्यम से दिखाया भी और सरकार को झुकाया भी। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई और निजीकरण के नीतियों के खिलाफ इसी तरह से देशव्यापी एकजुटता दिखाने की आवश्यकता है, कांग्रेस पूरी तरह से प्रतिबद्ध होकर हमेशा आंदोलनकारी के साथ खडा रहा और आगे भी खड़ा रहेगा ।
आगे उन्होंने कहा कि पांच राज्यों के उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद पेट्रोल और डीजल के मूल्य में कुछ कमी की गई और टैक्स को कम किया गया । लेकिन आने वाले पांच राज्यों के चुनाव से पहले किसानों के डर से तीनों कृषि काला कानून वापस लेना पड़ा यह देशवासियो की एक बड़ी जीत है। बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने हमेशा किसानों के समर्थन में संघर्ष और आंदोलन को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य किसानों के साथ सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन किया, लेकिन नीतीश की डबल इंजन सरकार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव सहित पार्टी के अन्य नेताओ और कार्यकर्ताओ पर मुकदमा करके किसानो के आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की ,लेकिन कांग्रेस ने किसानो के साथ खड़े होकर यह साबित किया कि किसानो के हित मे सदन से लेकर सडक तक कांग्रेस किसानो के साथ है और आगे भी रहेगा ।