बिहार की दो विधानसभा कुशेश्वरस्थान और तारापुर सीटों पर उपचुनाव का ऐलान हो चुका है। इन सीटों पर विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल कांग्रेस और राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने अपने-अपने उम्मीदवार उतार दिए है। उपचुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है। लिस्ट में गांधी परिवार के किसी सदस्य का नाम नहीं होने पर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता ने तंज कसा है।
जेडीयू नेता और पार्टी प्रवक्ता डॉ. अजय आलोक ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, आखिर बिहार के कांग्रेसियों ने पहचान कर ली कि पनौती कौन?? बधाई हो अध्यक्ष और प्रभारी को, राहुल और प्रियंका सहित सोनिया जी के रहते कांग्रेस का कुछ नहीं होगा ये अब कांग्रेसियों को यक़ीन हो गया, अब उम्मीद हैं की कम से कम लड़ाई में तो रहेंगे।
आख़िर बिहार के congressio ने पहचान कर ली की पनौती कौन ?? बधाई हो अध्यक्ष और प्रभारी को , राहुल और प्रियंका सहित सोनिया जी के रहते Congress का कुछ नहीं होगा ये अब congressio को यक़ीन हो गया , अब उम्मीद हैं की कम से कम लड़ाई में तो रहेंगे pic.twitter.com/SUTuS3FeL0
— Dr Ajay Alok (@alok_ajay) October 12, 2021
कांग्रेस की स्टार प्रचारकों की लिस्ट से “यादव” गायब
कांग्रेस की स्टार प्रचारकों की 20 सदस्यीय लिस्ट में पांच भूमिहार, पांच मुस्लिम, तीन ब्राह्मण, तीन दलित, दो राजपूत और एक-एक कायस्थ व ओबीसी नेताओं के नाम शामिल हैं। लेकिन इस लिस्ट में एक भी यादव जाति से आने वाले नेता का नाम नहीं है। लिस्ट में युथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार, कन्हैया कुमार, जिग्नेश मेवानी, शत्रुघ्न सिन्हा और हार्दिक पटेल जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं।
RJD के वोटबैंक में सेंध लगाने के लिए कांग्रेस को बनानी होगी बढ़त
आरजेडी की स्टार प्रचारकों की सूची में कुल 20 नाम हैं, जिसमें लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव सहित कम से कम पांच ऐसे नेताओं के नाम हैं जो यादव समुदाय से आते हैं। आरजेडी का वोटबैंक एम-वाई (मुस्लिम और यादव) समीकरण रहा है। अगर कांग्रेस को आरजेडी से बढ़त बनानी है तो उसे आरजेडी के वोटबैंक में सेंध लगानी होगी, ऐसे में स्टार प्रचारकों की सूची में यादव जाति के नेता की उपस्थिति शून्य होने से सवाल उठने लगे हैं।