पटना : ये बेमेल लोगों का जमावड़ा है एक मंच पर जुटाकर फोटो खिंचवाने का काम किया। जितने फोटो खिचवा रहे हैं वे सभी प्रधानमंत्री के उम्मीदवार हैं। ममता बनर्जी ने सरकार एवं गरीबों के पैसे को रैली में उड़ाकर सरकारी तंत्र का दुरूपयोग किया है। ये बातें आज भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद नित्यानंद राय पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि कोलकाता की इस रैली में सत्ता का दुरुपयोग कर जनता की गाढ़ी कमाई के करोडों रुपये खर्च किए गए हैं और सरकारी तंत्र का गलत इस्तेमाल किया गया है।
पश्चिम बंगाल की जनता आगामी चुनाव में एक-एक पैसे और राज्य में फैले तृणमूल के कुशासन व आतंक का हिसाब सुश्री ममता बनर्जी जी से जरुर लेगी। ममता बनर्जी को यह जवाब देना चाहिए कि भाजपा की रैली पर सवाल उठाने वाली मुख्यमंत्री तृणमूल की रैली में अपने सभी सरकारी तंत्रों का दुरुपयोग इतने गर्व के साथ कैसे कर सकती हैं? श्री राय ने कहा कि कोलकाता की रैली में जुटे दलों की खासियत है कि ये सभी निजी, पारिवारिक, वंशवादी और भ्रष्ट लोगों की एकजुटता स्थापित करने की कोशिश है।
दिलचस्प है कि इसी दिन तेजस्वी यादव के आईआरसीटीसी घोटाले की दिल्ली में सुनवाई है जिसके बाद वे सीधे कोलकाता की रैली में भाग लेने गए। उन्होंने कहा कि कोलकाता की रैली में जुटे नेता फ्यूज्ड बल्ब की तरह है जिसको जुटा लेने से रौशनी नही होगी बल्कि भविष्य अंधकारमय ही होगा। 2019 के आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार, बंगाल, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश सहित पुरे देश में महागठबंधन दलों का सूपड़ा साफ हो जायगा। एनडीए की प्रचंड बहुमत से जीत होगी और नरेंद्र मोदी जी फिर से भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे।