राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सीता तीर्थक्षेत्र न्यास, लखनी बिगहा, खगौल में सीता अवतरण दिवस-सह-भारतीय स्त्री दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि माता सीता हमारी आदर्श हैं। उन्होंने कहा कि सीता हमारी संस्कृति हैं तथा सामाजिक दुष्प्रवृतियों से मुकाबला करने की प्रेरणा देती हैं। इससे सीख लेकर हमें विकृतियों के विरूद्ध खड़े होकर अपनी संस्कृति को पुनर्स्थापित करना चाहिए।
महिलाओं को सीता सखी सम्मान से भी सम्मानित किया
राज्यपाल ने प्रभु श्रीराम, श्रीकृष्ण व माता सीता एवं अन्य मनीषियों के निरंतर स्मरण की जरूरत बताते हुए कहा कि हमें उनसे प्रेरणा लेकर सद्प्रवृत्तियों को आत्मसात करना चाहिए। राज्यपाल ने इस अवसर पर सामाजिक एवं लोक कल्याणकारी कार्यों में उल्लेखनीय योगदान करनेवाली महिलाओं को सीता सखी सम्मान से भी सम्मानित किया। इस अवसर पर चाणक्या नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की कुलपति न्यायमूर्ति श्रीमती मृदुला मिश्र, विधान पार्षद तथा सीता तीर्थक्षेत्र न्यास के संस्थापक प्रो. संजय पासवान, रामजन्म भूमि न्यास के ट्रस्टी श्री कामेश्वर चौपाल, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी की बी.के. कंचन एवं अन्य महानुभावगण उपस्थित थे।