बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि एनडीए की मीटिंग में आज फैसला किया गया है कि 15 नवंबर को दोपहर 12:30 बजे सभी घटक दलों की बैठक होगी, उसी में आगे का निर्णय लिया जाएगा। जद (यू) नेता नीतीश कुमार को औपचारिक रूप से अपना नेता चुनने के लिए रविवार को दोपहर साढ़े 12 बजे राजग विधायक दल की संयुक्त बैठक होगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर शुक्रवार को बिहार में राजग के चार घटक दलों – जद (यू), भाजपा, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (एचएएम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी)के नेताओं की एक बैठक में यह फैसला किया गया। सत्तारूढ़ गठबंधन में भाजपा के सबसे अधिक 74 सीटों पर जीत दर्ज करने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित भगवा दल के वरिष्ठ नेताओं ने कुमार को ही मुख्यमंत्री बनाए जाने पर जोर दिया है। चुनाव प्रक्रिया के शुरू होने से काफी पहले उन्होंने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का सत्तारूढ़ गठबंधन का उम्मीदवार घोषित कर दिया था।
इससे पहले नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में राजग को बहुमत प्राप्त हुआ है और राजग की बैठक होगी तथा औपचारिक तौर पर गठबंधन के नेता का ऐलान होगा। पटना स्थित जद (यू) के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक करने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बैठक (राजग की) होगी तो उसमें (तय) हो ही जाएगा ।
उन्होंने कहा कि हमने तो काम किया है। राजग का जो निर्णय होगा, वही मान्य होगा । हमसे पूछिएगा तो हमारा कोई दावा नहीं है । राजग की बैठक होगी और उसमें औपचारिक तौर पर निर्णय होगा । उन्होंने राजग की बैठक के बारे में बताया कि यह एक-दो दिन के बाद ही हो पाएगा।
शपथ ग्रहण को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अभी यह तय नहीं हुआ है। मंत्रियों की संख्या के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों में इसकी सीमा पहले से ही निर्धारित है। अब कितने मंत्री पहले दौर में और उसके बाद बनते हैं, यह तो बाद की चीज है। जद (यू) को इस चुनाव में कम सीट आने के बारे में सफाई देते हुए नीतीश ने कहा, ”हमलोगों ने समाज के सभी वर्गों के लिए काम किया और उसके बाद भी कोई भ्रम पैदा करता है और लोग भ्रमित होते हैं तो यह उनका अधिकार है ।’’
नीतीश ने लोजपा प्रमुख चिराग पासवान का नाम लिए बिना कहा कि हमलोगों ने पूरे राजग के लिए अभियान चलाया लेकिन कई सीटों पर भाजपा के साथ जद (यू) को भी नुकसान पहुंचाया गया। लोजपा को केंद्र में राजग से निकाले जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम राजग के साथ हैं और राजग कोई फैसला लेता है तो उसके साथ चलेंगे और मिलकर काम करेंगे।