बिहार में जातीय जनगणना को लेकर सियासत गर्म है। जातीय जनगणना कराए जाने को लेकर जनता दल (युनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एक साथ हो गए हैं। शुक्रवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद कहा कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर हमारी और मुख्यमंत्री की राय एक ही है।
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को दिल्ली जा रहे हैं, वहां से लौटकर इस मामले को लेकर दो अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगे। तेजस्वी महागठबंधन में शामिल अन्य दलों के नेताओं के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की। मुलाकात के बाद तेजस्वी ने पत्रकारों से कहा कि बिहार विधानसभा में सर्वसम्मति से जातीय जनगणना कराए जाने का प्रस्ताव पास कर केंद्र सरकार को भेजा गया है।
जातीय जनगणना को लेकर RJD नेता तेजस्वी का सुझाव- CM नीतीश की अध्यक्षता में समिति का हो गठन
उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने प्रस्ताव रखा है कि एक सर्वदलीय कमिटी बनाई जाई जो प्रधानमंत्री से मिलकर इसकी मांग रखे। तेजस्वी ने कहा कि अगर इसके बाद भी केंद्र जातीय जनगणना कराने को तैयार नहीं होती है तो कर्नाटक की तरह राज्य सरकार खुद जाति आधारित जनगणना कराए।
तेजस्वी ने कहा, जब मैंने इस बात की जानकारी दी तो उन्होंने सारे मामले के डॉक्यूमेंट मंगा कर देखने की बात कही। नीतीश कुमार ने कहा कि वह इस बात को लेकर कानूनी पक्ष और बारीकियों को समझना चाहते हैं।