बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए बहुमत हासिल कर एक बार फिर से सरकार बनाने वाला है। एनडीए ने इन चुनावों में 125 सीटें हासिल की जो बहुमत से 3 अधिक हैं। इसके साथ ही नीतीश कुमार 15 वर्षों में सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। वह राज्य के 37वें मुख्यमंत्री बनेंगे।
– साल 2000 में 03 मार्च को नीतीश पहली बार मुख्यमंत्री बने थे लेकिन बहुमत के अभाव में सात दिन में उनकी सरकार गिर गई।
– 24 नवंबर 2005 में दूसरी बार उनकी ताजपोशी हुई।
– 26 नवंबर 2010 में तीसरी बार मुख्यमंत्री बने।
– 2014 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया लेकिन 22 फरवरी 2015 को चौथी बार मुख्यमंत्री बने।
– 20 नवंबर 2015 को पांचवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
– फिर आरजेडी का साथ छोड़ा तो बीजेपी के साथ 27 जुलाई 2017 को छठी बार मुख्यमंत्री पद पर विराजमान हुए।
बिहार चुनाव में NDA को पूर्ण बहुमत, RJD बनी सर्वाधिक सीटें हासिल करने वाली पार्टी
मंगलवार को परिणाम दिन बढ़ने के बावजूद, नीतीश कुमार की पार्टी जश्न को लेकर काफी सतर्क थी, लेकिन पटना में पार्टी मुख्यालय के बाहर बड़े पोस्टर में लिखा था, “बिहार ने 24 कैरेट सोने को चुना है।” नीतीश 7.0 में बड़ी बात यह होगी कि बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में होगी। चाहे कोई भी सीएम हो। इन चुनावों में बीजेपी को 74 और जेडीयू को 43 सीटों पर जीत हासिल हुई है।
कोई आश्चर्य नहीं होगा अगर अकेले नीतीश के बजाय जेडीयू कार्यालय में मोदी और नीतीश का एक पोस्टर लग जाए। जेडीयू कार्यालय के बाहर एक बड़ा पोस्टर लगा है, जिसमें लिखा है, “बिहार में फिर से नीतीश कुमार बा।” यह एक तरह से उन व्यंग्य बाण, तंज का जवाब है, जो चुनाव के दौरान नीतीश सरकार पर कसे गए थे।