बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद को सोमवार को चारा घोटाले में डोरंडा कोषागार निकासी मामले में अदालत द्वारा पांच साल की सजा सुनाए जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीखे लहजे में कहा कि इस मामले में केस करने वालों में कुछ लोग आजकल उन्हीं के साथ हैं।
रांची सीबीआई की विशेष अदालत के लालू प्रसाद को सजा सुनाए जाने के बाद पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि लालू यादव पर केस करने वालों में कई लोग थे। केस करने वालों में कुछ लोग आजकल उन्हीं के साथ हैं। केस करने वालों में कुछ इधर हैं तो कुछ उधर हैं।
वह लौटकर हमारे साथ आए फिर उधर ही चले गए
उन्होंने इसके साथ ही कहा कि लालू यादव पर केस करने वालों में एक शख्स और हैं, जिन्होंने हमें उनसे अलग कराया था। इस वक्त वह फिर से उधर ही हैं। वह लौटकर हमारे साथ आए फिर उधर ही चले गए। उन्होंने भी केस किया था। मुख्यमंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा, केस करने वाले ज्यादातर लोग उधर ही हैं, उन्हीं लोगों से सवाल पूछिए। केस करने के बाद जांच हुई है। ट्रायल हुआ है उसके बाद सजा हुई है, इसपर हम क्या कह सकते हैं। इसलिए उसके बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है।
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डोरंडा ट्रेजरी से 139.5 करोड़ की अवैध निकासी का मामला
उन्होंने साफ लहजे में कहा, हमने तो केस किया है नहीं, केस वाले उन्हीं के साथ हैं। उनके पास अधिकार है कि वह आगे के कोर्ट में अपील करेंगे। रांची स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने डोरंडा ट्रेजरी से 139.5 करोड़ की अवैध निकासी के मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा सुनाई है।
उन पर 60 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। यह चारा घोटाले से जुड़ा पांचवां मुकदमा है, जिसमें अदालत ने उन्हें सजा सुनाई है। लालू यादव की सेहत की स्थिति को देखते हुए उन्हें ऑनलाइन पेश होने की अनुमति दी गयी थी। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में रिम्स में इलाजरत हैं। वे रिम्स के पेइंग वार्ड से ही दोपहर 12 बजे कोर्ट में ऑनलाइन उपस्थित रहे।
CBI कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव को सुनाई 5 साल की सजा
बीते मंगलवार यानी 15 फरवरी को मामले में सीबीआई कोर्ट ने लालू यादव सहित अन्य को दोषी करार दिया था, जिसके बाद सजा मुकर्रर करने के लिए 21 फरवरी की तारीख तय की थी। सोमवार को अदालत में सजा के बिंदु पर बहस के दौरान लालू प्रसाद यादव के वकील देवर्षि मंडल और प्रभात कुमार ने अदालत से उन्हें कम से कम सजा देने की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि लालू की उम्र 75 साल हो गई है और उन्हें 17 तरह की बीमारियां हैं। बीपी और शुगर हमेशा बढ़ा रहता है।