बिहार विधानसभा में आज शिक्षकों पर लाठीचार्ज के मामले को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया जिसके कारण सभा की कार्यवाही पांच मिनट बाद ही दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी गई। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) के सदस्यों ने नियोजित शिक्षकों पर कल हुए लाठीचार्ज के मामले को लेकर अपनी सीट से शोरगुल और नारेबाजी शुरू कर दी।
राजद और भाकपा माले के सदस्य ‘लाठी गोली की सरकार नहीं चलेगी’ के नारे लगा रहे थे। सभा अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सदस्यों से शांत रहने और प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया लेकिन राजद और माले के सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। राजद और माले के सदस्य शोरगुल और नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए।
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वे ‘शिक्षकों पर लाठी चलाना बंद करो नीतीश सरकार शर्म करो’ के नारे लगा रहे थे। शोरगुल और हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सरकार इस मामले पर जवाब देने को तैयार है लेकिन पहले विपक्ष के सदस्य अपनी सीट पर जाएं।
उन्होंने कहा कि सभाध्यक्ष ने भी सदस्यों से आग्रह किया है कि वह नियमानुसार तय समय पर किसी विषय को उठाएंगे तो सरकार उसका जवाब देगी, लेकिन विपक्ष को नियमावली से कोई मतलब नहीं है। उनका मकसद सिर्फ सदन के अंदर हंगामा करना है।
सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सदन को अव्यवस्थित देख सभा की कार्यवाही 11 बजकर 05 मिनट पर दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी। हंगामे के कारण आज प्रश्नकाल, शून्यकाल और ध्यानाकर्षण नहीं हो सका।