जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव इलाज के लिए बृहस्पतिवार को दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (डीएमसीएच) भेजा गया । उन्हें 32 साल पुराने अपहरण एक मामले में 11 मई को गिरफ्तार किया गया था और सुपौल जिले के बीरपुर उपकारा में न्यायिक हिरासत में रखा गया था।
जिलाधिकारी महेंन्द्र कुमार ने बताया कि पप्पू यादव की स्वास्थ्य समस्या को देखते हुए बुधवार को उनके स्वास्थ्य की जांच के लिए मेडिकल टीम गठित की गई थी। टीम की रिपोर्ट में कहा गया है कि पप्पू यादव को इलाज के लिए उच्च उपचार केंद्र में भेजने की आवश्यकता है जिसके आधार पर उनको बीरपुर उप कारा से डीएमसीएच भेजा गया है।
पुलिस आधीक्षक मनोज कुमार ने बताया पूर्व सांसद को पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के साथ डीएमसीएच भेजा गया है।
गौरतलब है कि बिहार के एक भाजपा सांसद निधि से खरीदे गए दर्जनों एंबुलेंस के कोरोना महामारी के बावजूद इस्तेमाल नहीं किए जाने को उजागर कर हाल ही में सुर्खियों में आए पप्पू यादव को पटना पुलिस ने पिछले मंगलवार को उनके पटना स्थित आवास से लॉकडाउन नियमों के उल्लघंन के आरोप में हिरासत में लिया था। बाद में मधेपुरा जिले के कुमारखंड थाने में वर्ष 1989 में दर्ज एक मामले में फरार रहने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार करके मधेपुरा पुलिस को सौंप दिया गया था।
मंगलवार की देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत द्वारा इस इस मामले की सुनवाई के बाद पप्पू यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में सुपौल जिले के बीरपुर में बने क्वारंटाईन उपकारा में भेज दिया गया था।
गिरफ्तारी के बाद ही पप्पू यादव अपनी बामारियों का हवाला देते हुए बेहतर चिकित्सा सुविधा की मांग करते हुए भूख हड़ताल पर बैठ गये थे और प्रशासनिक पहल पर बुधवार की संध्या उन्होंने भूख हड़ताल समाप्त कर दी थी।
वीरपुर से भारी सुरक्षा के बीच डीएमसीएच पहूंचे पप्पू यादव को व्हील चेयर के सहारे अस्पताल के अंदर ले जाया गया जहां पहले से तैनात चिकित्सकों ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया और तत्काल उन्हें अस्पताल के मेडिसिन विभाग के आईसीयू में शिफ्ट कर दिया ।
दरभंगा पहुंचने पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि उनके किडनी में और पीठ में भी दर्द है तथा उन्होंने कुछ दिन पहले ही गॉल ब्लडर का ऑपरेशन करवाए थे।
उन्होंने कहा कि जिस मामले में उन्हें गिराफ्तार किया गया वह सही नहीं है। पूर्व सांसद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि कोरोना वायरस काल में वे इन्हें लोगों की सेवा करने दें ।