जिन लोगों को राजनीति विरासत में मिली है, वह संघर्ष को नहीं समझ सकते - गुरु प्रकाश पासवान - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

जिन लोगों को राजनीति विरासत में मिली है, वह संघर्ष को नहीं समझ सकते – गुरु प्रकाश पासवान

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने को राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के लिए ’मूर्ति’ शब्द का प्रयोग करने पर जोरदार राजनीतिक हमला बोलते हुए कहा

पटना, जेपी चौधरी: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने को राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के लिए ’मूर्ति’ शब्द का प्रयोग करने पर जोरदार राजनीतिक हमला बोलते हुए कहा कि जिन लोगों को राजनीति विरासत में मिली है, वह संघर्ष को नहीं समझ सकते हैं।  उन्होंने कहा कि जिनके लिए परिवार ही सबकुछ है उन्हें कुछ नहीं दिखता। 
कार्यालय में आयोजित एक  संवादाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गुरु प्रकाश पासवान ने कहा कि एनडीए की ओर से जब से आदिवासी समाज से आने वाली महिला द्रौपदी मुर्मू का नाम घोषित किया गया है तब से उन पर तमाम प्रकार के आक्रमण हो रहे हैं। कांग्रेस के अजय कुमार ने कहा कि वे ’शैतानी मानसिकता’ का प्रतिनिधित्व करते हैें। इसके बाद तो हद हो गई जब राजद के नेता तेजस्वी यादव ने सम्मान तोड़ने का कीर्तिमान स्थापित करते हुए उन्हें ’मूर्ति’ तक कह दिया। 
श्री पासवान ने कहा कि राजद सामाजिक न्याय के नाम पर राजनीति रोटी सेंकती रही हैं, लेकिन दलितों और वंचितों के लिए क्या किया है,? आज आदिवासी समाज से आई कोई महिला देश के सर्वोच्च पद पर जा रहा है उन्हें मूर्ति कहा जा रहा है। ऐसे लोगों को शर्म भी नहीं आती है। 
1658064015 777777
उन्होंने कहा कि जो अपने परिवार के आगे देख नहीं सकते वे आज हमारी आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा की गई थी तो पूरे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछडे, दलित समाज में एक उत्साह का संचार हुआ था कि हमारे समाज की महिला भी सर्वोच्च पद पर जा सकती है, लेकिन उन्हें मूर्ति कहा जा रहा है। आज मूर्ति कहे जाने से उन युवाओं में आक्रोश है। 
उन्होंने कहा कि राजद के लिए जब भी सम्मान और पद देने की बात आई तब उन्हें केवल परिवार याद आया। उन्होंने राजद नेता को चुनौती देते हुए कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, पिछड़ों, दलितों  के सम्मान से खेलना बंद कीजिए और डिबेट कर लीजिए कि आपने सामाजिक न्याय के लिए आपने क्या किया और हमने क्या किया। 
भाजपा नेता ने कहा कि सबसे बडी बात है कि 24 घंटे बाद भी आपने इस बयान को लेकर दुख तक नहीं प्रकट किया। दावा करते हुए भाजपा के प्रवक्ता ने कहा कि रााजनीति में यह स्वर्णिम काल चल रहा है और जब इतिहास लिखा जाएगा तो राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का विरोध करने वालों को ’रांग साइड ऑफ हिस्ट्री; कहा जाएगा। 
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और मीडिया विभाग के प्रभारी राजीव रंजन ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को सर्वोच्च विधायक का पुरस्कार मिल चुका है। उन्होंने कहा कि जब लालू प्रसाद चारा घोटाला के मामले में जेल जा रहे थे तब राबड़ी देवी जी सब्जी बना रही थी, उन्हें वहां से उठाकर मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी प्रारंभ कर दी गई। यहां तक कि मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में भी उनके पीछे से बोला जा रहा था, तब वे बोल रही थी।  
इधर, द्रौपदी मुर्मू सर्वश्रेष्ठ विधायक चुनी गई, मंत्री बनी इसके बाद झारखंड का राज्यपाल बनी, अब राजद को बताना चाहिए कि ’मूर्ति’ कौन है? जो संघर्ष से देश के सर्वोच्च पद पर पहुंच रही है वे या जो रसोई घर से सीघे मुख्यमंत्री बनाई गई वह?
इस मौके पर कटोरिया विधायक डॉक्टर निक्की हेम्ब्रम ने कहा कि तेजस्वी में ज्ञान की भयंकर कमी है। उन्हें जानकारी के साथ बात करनी चाहिए। जो महिला लगातार संघर्ष करते हुए सबसे निचले स्थान से राज्यपाल तक का सफर तय कर चुकी है, जो ओडिशा सरकार में मंत्री रहीं तथा सर्वश्रेष्ठ विधायक भी चुनी जा चुकी हो उन्हें मूर्ति कहना घोर अन्याय है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

10 + 11 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।