पटना। योग भारत की अद्भुत प्राचीन पद्धति है, जो लोगों को ऊर्जावान बनाने के साथ सदैव निरोग रहने में सहायक होता है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश ही नहीं बल्कि दुनिया में योग को प्रचलित करने में अहम भूमिका निभाई है। आज उसी की देन है कि दुनिया के लगभग 200 देशों में योग दिवस मनाया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा आज देश के 75 ऐतिहासिक स्थलों पर एक साथ योग का विशेष आयोजन किया गया है। बिहार में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से 75 विशिष्ट चयनित स्थलों, जिनमें हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र भी शामिल हैं, वहां योग का अयोजन किया गया है। उक्त बातें स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने अष्टम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मिलर हाई स्कूल मैदान में कहीं।
इस अवसर पर श्री पांडेय ने खुद भी योग किया और लोगों से योग करने की अपील करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का भी योग के प्रति विशेष लगाव रहता है और अक्सर योग व आयुष पद्धति को प्रोत्साहित करते हैं। योग की विभिन्न क्रियाएं हैं, जो विभिन्न अंगों को स्वस्थ्य रखने का कार्य करता है। योग एक विद्या है, इस विद्या को पूरी दुनिया में पहचान दिलाना आसान नहीं था, मगर आदरणीय प्रधानमंत्री की यह देन है कि इस विद्या को पूरी दुनिया में स्वीकार्यता दिलवायी। आज भारत इस योग विद्या का प्रत्यक्ष रुप से नेतृत्व करता दिखायी दे रहा है। हम सब इस योग क्रिया के माध्यम से स्वास्थ्य की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का कार्य कर रहे हैं। इस क्रिया के माध्यम से शरीर के अंदर कोई बीमारी न आए उससे बचाने का कार्य करते हैं।
श्री पांडेय ने कहा कि हम सब जिस परंपरा में जीते हैं, उस लिहाज से भी आज का दिन काफी महत्व रखता है। आज के दिन से सूर्य उत्तरायन होना शुरू होता है। भौगोलिक, सांस्कृतिक व प्राकृतिक दृष्टि से आज का दिन महत्वपूर्ण होता है। भगवान श्रीकृष्ण ने भी योग की व्याख्या करते हुए कहा है कि कर्म की कुशलता ही योग है। योग के द्वारा जीवन में अधिक योग्य बनने की क्षमता पैदा होती है। अगर हम अपना काम अनुशासन से करते हैं और अपना दायित्व निभाते हैं, तो यह भी एक प्रकार का योग है। हम सभी विभिन्न क्षेत्रों में योग की मदद से बेहतर कार्य करते हैं।
इस अवसर पर बीजेपी विधायक देवेशकांत सिंह, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, स्वास्थ्य विभाग के सचिव के. सेंथिल, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय सिंह, राज्य आयुष समिति के कार्यपालक निदेशक अंशुल अग्रवाल भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान बेंगलुरु से आए योग गुरु ब्रह्मचित जी ने उपस्थित लोगों को योग क्रिया करवाया।