पटना, (पंजाब केसरी) : उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि प्रियंका गांधी जैसे यूपी के मजदूरों की घर वापसी के लिए 1000 बसें भेज रही थीं, वैसे ही राजद लॉकडाउन के 60 दिन बाद लालू रसोइ का बोर्ड लगा कर बिहार लौटे मजदूरों को भोजन कराने का नाटक कर रहा है। राज्य सरकार ने विशेष ट्रेनों के जरिये 6 लाख से ज्यादा मजदूरों की सुरक्षित वापसी करायी, बसों से उन्हें प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचाया और क्वरंटाइन केंद्रों में भोजन-जलपान की व्यवस्था की।आपदा प्रबंधन की लगातार मानीटरिंग भी की जा रही है, लेकिन जिन्हें सेवा के बहाने मेवा लूटने के मौके नहीं मिल रहे हैं, वे क्वरंटाइन केंद्रों में गड़बड़ी के मनमाने आरोप गढ़ रहे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में सत्ता सम्भालने के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में कालाधन वापस लाने के लिए एसआईटी गठित करने का फैसला किया और देश को भरोसा दिलाया कि न खायेंगे, न खाने देंगे। भ्रष्टाचार-मुक्त सरकार चलाकर वे अपने वादे पूरे कर रहे हैंए लेकिन जिनको पशुओं के चारेए सडक़ निर्माण के अलकतरे और करोड़ों रुपये के रक्षा सौदे तक में खाने की आदत हैए उन्हें सरकार बुरी लग रही है। वे एनडीए सरकार के राहत कार्यों में भी घोटाला खोज रहे हैं। विपक्ष के पास कोई ठोस सबूत नहीं है। वे इस संकट काल में कोरोना योद्धाओं, प्रशासन और समाजसेवियों का मनोबल तोडऩे में लगे हैं।