बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने नेता प्रतिपक्ष द्वारा कल दलबल सहित लॉक डाउन उल्लंघन के प्रयासों पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि आखिर कब तक आप कानून को ताख पर रख कर अपनी अकड़ दिखाएंगे। अधिकारी गण हाथ जोडक़र आपसे आपदाकाल के नियमों के अनुपालन की विनती करते रहे पर आप अपनी हनक दिखाने से बाज नहीं आ रहे, विधायिका के सदस्य को प्राप्त विशेषाधिकार का इस्तेमाल ये कानून तोड़ने के लिए करना चाहते हैं।
तेजस्वी यादव विधायिका के अंग हैं, नेता प्रतिपक्ष के पद पर काबिज हैं। कानून का अनुपालन इनका दायित्व बनता है पर नहीं इन्हें तो कानून तोड़ने में मजा आता है, विरासत में यही सब तो प्राप्त हुई है इन्हें। पर ये नहीं जानते अब आपके माता-पिता का वह दौर नहीं जब मुखे कानून होता था। सबकी तरह अब आपको भी भारतीय कानून का सम्मान करना होगा, अनुपालन करना पड़ेगा। कोई भी नागरिक यदि कानून उल्लंघन का प्रयास करता है तो अब सक्षम धाराओं के तहत उस पर एफआईआर दर्ज होता है और विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जाती है, आप भी इससे अछूते नहीं रह सकते। आपने कानून उल्लंघन का प्रयास किया है तो आप पर भी एफआईआर दर्ज किया गया है।
मंत्री नीरज कुमार ने अधिकारियों के लाख समझाने, अनुनय विनय का इनलोगों पर कोई असर नहीं पड़ा और अंतत: तेजस्वी यादव ने जानबूझकर लॉकडाउन का उल्लंघन किया, जबकि अपने दिल्ली प्रवास से पटना लौटने में इन्होंने यात्रा अनुमति पास का ही सहारा लिया होगा। ट्वीट कर तो ये लॉकडाउन का पाठ पढ़ाते हैं पर जब खुद पर लागू होता है तो तुच्छ राजनीति पर उतारू हो जाते हैं, प्रिविलेज का प्राप्त अधिकार कानून उल्लंघन के लिए नहीं होता, इन्हें समझना होगा कानून की नजरों में कोई आम या खास नहीं होता जो भी इस पर कुठाराघात करेगा वो कानून की जद में होगा उसपर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।