पटना , (जे.पी.चौधरी) : एनडीए गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बनी संशय को गठबंधन के वरिय नेताओं ने खुलासा कर दिया। चुनाव में जदयू 122 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जिसमें उसके सहयोग हम से. भी शामिल होगा। हम से. 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं भाजपा 121 सीटों पर प्रत्याशी खड़ा करेगा जिसमें वीआईपी शामिल हैं । वीआईपी को भाजपा कोटे से कितनी सीट मिलेगा इसका खुलासा नहीं हुआ । इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीट के सवाल पर कहा कि किसी को इसमें संशय होने की बात नहीं है।
एनडीए गठबंधन के बीच मिली सीटों पर अपने- अपने सहयोगियों के साथ चुनावी मैदान में होगा। आगे उन्होंने 15 वर्षो के एनडीए शासन के विकास कार्यों की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि 15 वर्षो के पूर्व वाली सरकार में प्रदेश का कोई काम नहीं हुआ। उस समय सामूहिक नरसंहार, दंगा, हत्या हुआ करता था । सड़क की हाल बदहाल थी। किसी भी क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ । 2005 -0 6 से काम करना शुरू किया। हर क्षेत्र में समय पर काम हुआ।
उन्होंने कहा कि कोरोना से दुनिया प्रभावित हुई। बिहार में कोरोना की जांच में तेजी से काम कर इसे रोकने का काम किया गया। कुछ लोग बाहर जाकर काम करने वालों को प्रवासी कहते हैं। देश के किसी भी हिस्से में जाकर किसी को भी काम करने का अधिकार है। कोरोना काल में 21 लाख लोगों तत्काल 1-1 हजार की राशि मदद किया गया। उन्होंने कहा कि कोई क्या बोलता है इसका हमें कोई मतलब नहीं है ,हमें काम करना है लोगों की सेवा करना है। प्रदेश में विकास का काम हुआ है। समाज में प्रेम, भाईचारा का माहौल पैदा किया गया। लोजपा के सवाल पर उन्होंने कहा कि जदयू ने हमेशा मदद किया । जदयू के बिना रामविलास पासवान राज्य सभा नहीं पहुंचते हैं।
भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने कहा कि बिहार में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही हैं। इनके नेतृत्व में प्रदेश के साथ- साथ सबो का विकास हुआ। एनडीए की बिहार में तीन चौथाई बहुमत से सरकार बनेगी। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल, जदयू कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी, सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, आरसीपी सिंह, महाराष्ठ के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस,मंत्री डॉ. प्रेम कुमार,मंत्री विजेंद्र यादव एवं अन्य नेता मौजूद थे।