पटना: सामाजिक और सांस्कृतिक क्रांति के बगैर सामाजिक न्याय संभव नहीं। जाति से जमायत बनाने की ओर अग्रसर होना होगा। हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद जाति नहीं जमायत की राजनीति को बढ़ावा दे रहे है। शहीद जगदेव प्रसाद ने गरीबों वंचितों, दलितों और शोषितों की जमायत की राजनीति की थी।
यह बात आज विष्णुपुरी के शहीद आजाद पार्क में कुशवाहा एकता परिषद द्वारा शहीद जगदेव प्रसाद की आयोजित जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए, लोजपा-(रा.) के वरिष्ठ नेता डॉ. सत्यानंद शर्मा ने बोलतें हुए कहा कि समाज में व्याप्त रूढ़िवाद और अंधविश्वास के विरुद्ध विज्ञान भिमुखी राजनीति की शुरुआत किया था।
इसके लिए उन्होंने अर्जक संघ की भी स्थापना किया था। अर्जक शब्द अर्जित करने से कमाने-वाले मेहनतकश तबके से थे। उनका मानना था कि कमाने वाला भूखा मरता है और काम कराने वाला मौज करता है। इसी लिए उन्होंने ने शोषित समाज दल की स्थापना किया था। नारा दिया था कमाने वाला खायेगा, लूटने वाला जायेगा। आज भी शहीद जगदेव बाबू की नीतियां प्रासंगिक है।
विशिष्ट अतिथि पद से बोलते हुए, युवा लोजपा-(रा.) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने अपने सम्बोधन में कहा कि शोषित, पीड़ित और उपेक्षित समाज आज भी तिरस्कृत जीवन जीने को विवश है। आज भी जरूरत है कि डॉ. लोहिया, कर्पूरी ठाकुर, रामविलास पासवान, शहीद जगदेव प्रसाद के नीतियों पर चलने की जरुरत है।
मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता राजेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि इतिहास गवाह है कि भारत मे जो नेता सामाजिक विषमता के विरुद्ध आन्दोलन छेड़ा उन्हें प्रताड़ित किया या हत्या कर दी गई शहीद जगदेव प्रसाद के साथ भी यही हुआ।
समारोह की अध्य्क्षता कुशवाहा एकता परिषद के अध्यक्ष श्याम नन्दन सिंह दांगी ने किया। समारोह को नन्द किशोर यादव,विभीषण शर्मा,मो०सलाम, केएन शर्मा,संदीप मालाकार,दिलीप यादव, रामानंद शर्मा, रंधीर कुशवाहा, मेवा लाल दांगी,संजीव प्रसाद दांगी ने संबोधित किया। उक्त आशय की जानकारी युवा लोजपा-(रामविलास) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने दी।