पटना : रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग के मुद्दे पर अपनी ओर से न कोई पहल करूंगा और न ही भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं से बात करूंगा, केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को छोडक़र। इस माह के अंत तक पार्टी सम्मानजक बात का इंतजार करेगा। पटना के पंचायत भवन में पत्रकारों से वार्तालाप कर श्री कुशवाहा ने कहा कि बिहार एनडीए में कुछ ऐसे लोग हैं जो नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते हैं।
मैं प्रधानमंत्री से मिलकर अपने ऊपर घटित घटना की जानकारी देकर एनडीए के साथ रहने की बात करूंगा। मैं किसी का बहाना बनाना नहीं चाहता हॅू और न किसी को मौका देने की कोशिश करूंगा। भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेन्द्र यादव से बात हुई, लेकिन सीट शेयरिंग के मामले में सम्मानजनक बातें नहीं थी। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हला बोलते हुए कहा कि कुछ लोगों द्वारा हमारी पार्टी को तोडऩे की कोशिश किया जा रहा है और उसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अहम भूमिका है। मेरे एक विधायक के जाने से राज्य सरकार पर कोई असर नहीं पडऩे वाला है।
राज्य सरकार बहुमत में है। जदयू का एनडीए में आने के बादभी पार्टी को तोडऩा एवं विधायक को दलबदल करनार घृणित कार्य है। कम्यूनिज्म के साथ समझौता नहीं करने की बात करने वाले मुख्यमंत्री के प्रदेश में साम्प्रदायिक घटनाएं घट रही है और वे चुप हैं। बिहार में लॉ एंड ऑर्डर समाप्त हो चुका है। पुलिस अपराधियों को पकडऩे में नाकामयाब हैं और निहत्थों पर लाठी भांजती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने मेरे साथ नीच शब्द का प्रयोग कर ऊंच नीच की भावना को हवा देने का काम किये हैं।
ऊंचे ओहदे पर वैसे व्यक्ति को इस प्रकार का वक्तव्य देना शोभा नहीं देता। पार्टी 28 नवम्बर को इस वक्तव्य के खिलाफ विरोध दिवस मनायेगी। इस अवसर पर पार्टी के कोषाध्यक्ष राकेश कुमार यादव, सांसद रामकुमार शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता माधव आनंद, प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री दशई चौधरी, फजल इमाम मल्लिक, अशोक कुशवाहा, सत्यानंद दांगी, अनिल यादव, भोला शर्मा समेत अन्य उपस्थित थे।