आज तेजस्वी यादव IRCTC घोटाले के मामले में दिल्ली की अदालत में पेश हुए थे। कोर्ट में पेशी के बाद जमानत पर निर्णय लिया गया और कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई है। कोर्ट ने उन्हें आगाह किया है कि वो दुबारा ऐसे बयान नहीं दे। इसके साथ ही कोर्ट द्वारा उनकी जमानत की अर्जी कबूल कर ली गई है।
बीजेपी पर तेजस्वी ने साधा निशाना
वही आज कोर्ट में पेश होने से पहले तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मुझे दिल्ली की अदालत में आज पेश होना है। मुझे कानून पर पूरा यकीन है। सारी चीजें स्पष्ट हैं। हमने पहले ही सब बता दिया है। इसके अलावा उन्होंने बीजेपी के आरक्षण वाले धरने पर कहा कि बिहार में तो आरक्षण है हीं। इसी आरक्षण के साथ कितने पंचायत चुनाव हुए, नगर निगम चुनाव हुए। बीजेपी वाले क्यों नहीं बता रहे कि कोर्ट में क्या हुआ? ये लोग जब मंत्री थे तब क्या किए?’
इसी के बाद जब तेजस्वी के जमानत की अर्जी कबूल हो गई तो उन्होंने कहा, ‘मैंने अगर सीबीआई के अधिकारियों को धमकाया है तो आप FIR दर्ज क्यों नहीं करते है। 24 अगस्त 2022 को बिहार में विश्वास प्रस्ताव होता है और बिहार में उसी दिन 20 जगह रेड होती है। हमारी माँ बाहर जाती है लोगों को थप्पड़ मारती हैं कि सीबीआई के लोगों को अंदर आने दें और सीबीआई हम पर आरोप लगा रही है। हमारे बारे में गलत अफवाह फैलाई जा रही है।’
क्या है पूरा मामला ?
आपको बता दे कि तेजस्वी यादव के ऊपर पिता लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान IRCTC होटल घोटाले का आरोप लगाया है। लालू यादव साल 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे थे। इस दौरान आईआरसीटीसी के रांची और पुरी स्थित दो होटलों को लीज पर निजी कंपनी सुजाता होटल प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। इस मामले में सीबीआई ने आरोप लगाया था कि होटलों को प्राइवेट कंपनी को लीज पर देने के बदले में लालू यादव के परिवार को कंपनी ने पटना के बेली रोड करीब 3 एकड़ की कीमत मिली थी।