बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के एक दिन पहले मुंगेर जिले में देवी दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान गोलीबारी और पथराव होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और सुरक्षाकर्मियों सहित दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। इस मामले को लेकर विपक्षी दलों के महागठबंधन ने बुधवार को सरकार को घेरा है।
महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने मुंगेर में पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की तुलना स्वतंत्रता संग्राम में जालियांवाले बाग से की है, वहीं कांग्रेस ने बिहार सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को यहां महागठबंधन के एक संयुक्त संवाददाता सम्म्ेालन में इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि वहां पुलिस ने लोगों को ढूंढ-ढूंढ कर पीटा है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, ”इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं। मुंगेर में वहां के पुलिस अधिकारी को जनरल डायर बनने की अनुमति आखिर किसने दी।” विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि इस घटना के बाद वहां के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक को हटाकर पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच उच्च न्यायाल्य के न्यायाधीश की निगरानी में होनी चाहिए।
इधर, कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने घटना की निंदा करते हुए कहा, ”प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। मां दुर्गा के भक्तों पर गोली और लाठी चलाई गई। मोदी और नीतीश की पुलिस ने उन भक्तों पर लाठियां चलाईं। एक युवा अनुराग के सिर में गोली मारी गई। मैं पूछता हूं कि क्या इससे भी बड़ा कोई दुख हो सकता है। बिहार में आज निर्लज्ज और निष्ठुर सरकार है।”
उन्होंने कहा कि बिहार की सरकार ने कानून-व्यवस्था का जनाजा निकाल दिया है। सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिहार की सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा, ”प्रधानमंत्री आज बिहार आ रहे हैं। उन्हें आज बिहार सरकार को बर्खास्त करने की घोषणा करनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो ये साफ हो जाएगा कि भाजपा के लिए आस्था और संस्कृति केवल कुर्सी पर बैठने का फामूर्ला है।”
इस मौके पर राज्यसभा सांसद मनोज झा और प्रेमचंद मिश्रा भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि सोमवार को मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई झड़प में एक युवक की मौत हो गई थी तथा कई लोग घायल हो गए थे।