नहीं खत्म हो रहा CM नीतीश का सत्ता मोह, बिहार चुनाव में NDA प्रत्याशियों की हार तय : तेजस्वी यादव - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

नहीं खत्म हो रहा CM नीतीश का सत्ता मोह, बिहार चुनाव में NDA प्रत्याशियों की हार तय : तेजस्वी यादव

राजद नेता ने कहा कि कोरोना काल मे बाहर से बिहार लौटे लाखों मजदूरों को काम या रोजगार देने की बजाय भगवान के भरोसे छोड़ दिया गया।

बिहार का मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल एवं प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता मोह खत्म नहीं हुआ है और इसलिए वह और पांच साल का समय मांग रहे हैं जबकि उन्हें तो अब सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए।
तेजस्वी ने शुक्रवार को जिले के सनोखर में कहलगांव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी शुभानंद मुकेश के पक्ष में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद कल-कारखाने नहीं लगे। वहीं, बेरोजगारी की भी समस्या है लेकिन मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष  कुमार कहते हैं कि वह यह दोनों काम नहीं हो सकते। इससे जाहिर होता है कि जिम्मेवारी लेने की बजाय उन्होंने अपने हाथ खड़े कर दिये हैं।
राजद नेता ने कहा कि डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद प्रदेश में एक भी कल- कारखाना स्थापित नहीं होना और युवाओं को नौकरी नहीं मिलना बहुत ही दुर्भाज्ञपूर्ण है। इससे प्रदेश में बेरोजगारी और पलायन की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बिहार की स्थिति और बिगड़ सकती है लेकिन इन समस्याओं से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को क्या लेना, उनका तो सत्ता-मोह खत्म ही नहीं हो रहा है इसलिए वह और पांच साल का समय मांग रहे हैं जबकि उन्हें अब सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए।
राजद नेता ने कहा कि कोरोना काल मे बाहर से बिहार लौटे लाखों मजदूरों को काम या रोजगार देने की बजाय भगवान के भरोसे छोड़ दिया गया। उनके कल्याण के लिए सरकार की घोषणाएं कागजी साबित हुई और अंत में मजदूरों को काम के लिए फिर से पलायन करना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार राज्य के लोगों का पलायन रोकने में विफल रही है।
प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लोग खासकर मुख्यमंत्री प्रदेश की बेरोजगारी, गरीबी, पलायन जैसे मुद्दों पर बात नहीं करना चाहते हैं बल्कि वे ऐसे मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने में लगे हुए हैं क्योंकि उन्हें सिर्फ सत्ता सुख से मतलब है। लेकिन, प्रदेश की जनता समझ चुकी है और इस चुनाव में राजग प्रत्याशियों की हार तय है।
तेजस्वी ने कहा कि यदि इस बार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो सबसे पहले बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए दस लाख युवाओं को नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा नियोजित शिक्षकों को नियमित शिक्षकों के समान वेतन देने, वृद्धों को मिलने वाले चार सौ रुपये पेंशन की राशि को बढ़कर एक हजार रुपये करने के साथ ही सनोखर को प्रखंड बनाया जाएगा। सभा को विधायक एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव, कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह एवं राजद विधायक रामविलास पासवान ने भी संबोधित किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

twenty − 11 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।